बैकुंठपुर। धरती के भगवान कहे जाने वाले की निर्दयता सामने आई है। मृत बच्चे को निकलवाने सरकारी अस्पताल में पदस्थ स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ने घूस मांगे। डिलीवरी कराने के लिए नगर पालिका उपाध्यक्ष ने भी आग्रह किया था। फिर भी नहीं मानी। मामला कलेक्टर तक पहुंचा। जांच के बाद सीएमएचओ ने बर्खास्त कर दिया।
मामला मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। जहां की संविदा में पदस्थ प्रसूती एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ महिला डॉक्टर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। डॉक्टर ने सिजेरियन डिलीवरी कराने के बदले एक प्रसूता के परिजन से 11 हजार रुपए मांगे थे। वहीं दूसरी प्रसूता के गर्भ में मृत बच्चे को निकालने वह 4 दिन से उन्हें अस्पताल के चक्कर लगवा रही थी।
जानकारी अनुसार 11 हजार रुपए देने में असमर्थ परिजनों की शिकायत पर नगर पालिका उपाध्यक्ष ने भी पहल की। अस्पताल पहुंचकर उन्होंने सिजेरियन डिलीवरी कराने का आग्रह किया, तो डॉक्टर व स्टाफ ने साफ मना कर दिया। इस बात को लेकर हंगामें के बाद मामला कलेक्टर तक पहुंचा। इसके बाद सीएमएचओ (CMHO) ने जांच के बाद महिला डॉक्टर को सेवा से बुधवार को बर्खास्त कर दिया गया।
मामले के अनुसार मनेंद्रगढ़ निवासी आफरीन अंसारी पति साजिद की डिलीवरी तिथि 22 फरवरी थी। तिथि पार हो जाने के बाद भी प्रसव पीड़ा नहीं होने पर परिजन उसे एक मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य मनेंद्रगढ़ लेकर पहुंचे। इस दौरान संविदा प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गुरविंदर कौर प्रसूता का मेडिकल चेकअप करती रहीं।
प्रसूता को एक मार्च को ऑपरेशन के लिए बुलाया गया था। इस दौरान सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी कराने के एवज में 11 हजार रुपए डॉक्टर ने मांगा। परिजनों ने राशि देने में असमर्थता जताई तो डॉक्टर ने परिजनों को अगले दिन अस्पताल आने की बात कही। प्रसूता के परिजनों ने इसकी जानकारी नगर पालिका उपाध्यक्ष कृष्णमुरारी तिवारी को दी।
उन्होंने मामले पर मंगलवार की रात अस्पताल पहुंचे और सीजर ऑपरेशन करने गुजारिश की, लेकिन डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ ने उनकी एक नहीं सुनी। इससे नाराज नगर पालिका उपाध्यक्ष ने अस्पताल में हंगामा किया। अस्पताल में मौजूद स्टाफ का रवैय्या देखकर कलक्टर, सीएमएचओ को पूरी जानकारी देकर कार्रवाई की मांग रखी। इस दौरान सूचना पर पुलिस भी अस्पताल पहुंची। महिला के परिजनों ने मनेंद्रगढ़ थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।
घटना के अगले दिन बुधवार को सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा शिकायत की जांच करने सीएचसी मनेंद्रगढ़ पहुंचे। इस दौरान मेडिकल स्टाफ का बयान लेकर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गुरविंदर कौर (संविदा) की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
शिकायत में बताया कि ग्राम पंचायत चरवाही निवासी कोशरिया के गर्भ में नवजात की मौत हो गई है। मामले में परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को भर्ती कराया है, लेकिन चार दिन से दवाइयां दी जा रही है। परिजन परेशान हैं, लेकिन ग्रामीणों की कोई सुनने वाला नहीं है। मामले में परिजनों ने लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
वहीं स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला डॉक्टर की मनमानी और खुलेआम पैसे मांगने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्त्रीरोग विशेषज्ञ के पदस्थ होने के बाद से लगातार शिकायतें मिल रही है।
यहां के अस्पताल की एक और लापरवाही सामने आई। सोनोग्राफी मशीन चार साल से कमरे में कैद है। अब डॉक्टर को प्रशिक्षित करने की सुध लगी है। सीएचसी मनेंद्रगढ़ में करीब 15 लाख की लागत से चार साल पहले सोनोग्राफी मशीन खरीदी गई थी। अस्पताल में बकायदा कक्ष बनाया गया है, जिसमें सोनोग्राफी मशीन पिछले 4 साल से बंद पड़ी है। उद्घाटन की राह देख रही है।
मामले में कलक्टर की फटकार के बाद सोनोग्राफी मशीन को ऑपरेट करने महिला डॉक्टर को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है। मनेंद्रगढ़ सीएचसी में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ. निवेदिता को प्रशिक्षित करने कार्यमुक्त कर दिया गया है। महिला डॉक्टर को 3 मार्च से 15 दिन तक जिला अस्पताल बैकुंठपुर में सोनोग्राफी ऑपरेट करने विशेष प्रशिक्षण लेना होगा।
(TNS)