रायपुर। राजधानी में सोमवार शाम को बिजली विभाग के सैकड़ों संविदा कर्मी जुटे। रेगुलर करने की मांग को लेकर उक्त संविदा कर्मी विधानसभा का घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक लिया तो वे सड़क पर ही बैठ गए। इस दौरान दिन ढलने से सभी अपने अपने मोबाइल के फ्लैश लाइट भी ऑन कर लिए। रात 7 बजे के बाद जिला प्रशासन के अफसरों को ज्ञापन सौंपकर वे लौटे।
बता दें कि बिजली कंपनी में संविदा नियुक्ति पर काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारी नियमित करने की मांग कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से यह कर्मी छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले आंदोलन रत है। सरकार से लगातार नियमित किए जाने की मांग कर रहे हैं। इनका तर्क है कि संविदा कर्मी के तौर पर दो साल की सेवा अवधि पूरी करने के बाद इन्हें नियमित किया जाना चाहिए। जबकि तीन साल बाद संविदा कर्मियों को नियमित नहीं किया जा रहा है।
कंपनी के रिक्त पदों पर की जाए नियुक्ति
छ ग राज्य संविदा विद्युत कर्मचारी संघ के इस प्रदर्शन में प्रदेश के सभी जिलों से संविदा कर्मी जमा हुए थे। सभी विधानसभा का घेराव की योजना बनाकर ही यहां पहुंचे थे। संघ की मांग की है कि बिजली कंपनी में रिक्त पदों पर कम्पनी में कार्यरत संविदा कर्मियों को नियमित नियुक्ति दिया जाए। यही नहीं विभिन्न दुर्घटनाओं में जिन संविदा कर्मियों की मौत हुई हैं उनके परिवार के सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति भी दी जाए।
तीन घंटे जाम रही सड़क
आज शाम को बिजली संविदा कर्मियों के प्रदर्शन के कारण धरना स्थल की ओर जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया। इसके कारण करीब तीन घंटे तक यहां से गुजरने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस के रोकने पर सभी सड़क पर मोबाइल का फ्लैश लाइट जलाकर बैठ गए। इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर हटे।