सुरजपुर। जिले के स्कूलों में हाई व हायर सेकंडरी की बोर्ड की परीक्षा चल रही है। परीक्षा के बाद पेपर जमा करने के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है। दसवीं बोर्ड का पेपर ही रास्ते में कहीं गुम गया।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के मार्गदर्शन में 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षाएं जारी है। 2 मार्च को 12वीं का पहला पेपर हुआ, वहीं 3 मार्च को 10वीं बोर्ड की हिंदी विषय की परीक्षा थी। सूरजपुर जिले के भैयाथान ब्लॉक अंतर्गत राई हाईस्कूल में परीक्षा खत्म होने के बाद 32 परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं (Answer sheet) लेकर केंद्राध्यक्ष थाने में जमा करने बाइक से जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में उत्तर पुस्तिकाएं कहीं गिर गईं।
बताया गया कि जब वे काफी दूर पहुंच गए तब इसका पता चला। काफी खोजबीन के बाद भी उत्तर पुस्तिकाएं नहीं मिलीं। इससे छात्र-छात्राओं का भविष्य संकट में पड़ गया था। बताया जा रहा है कि 5 घंटे बाद उत्तर पुस्तिकाएं सुरक्षित मिल गई हैं।
पुलिस के अनुसार सूरजपुर जिले के भैयाथान विकासखंड के अंतर्गत ग्राम राई हाई स्कूल में 3 मार्च को 32 छात्र-छात्राओं ने 10वीं बोर्ड की हिंदी की परीक्षा दीं। परीक्षा खत्म होने के बाद शिक्षकों ने उत्तर पुस्तिकाएं जमा कर केंद्राध्यक्ष को सौंप दी थी। केंद्राध्यक्ष इसिदोर तिर्की उसे करंजी चौकी में जमा करने अपनी बाइक से जा रहे थे।
केंद्राध्यक्ष तिर्की ने उत्तर पुस्तिकाओं को बाइक में पीछे थैले में लटका रखा था। इसी बीच उनकी लापरवाही से उत्तर पुस्तिकाएं रास्ते में कहीं गिर गईं और उन्हें पता भी नहीं चला।
स्कूल से 3 किलोमीटर आगे निकलने के बाद अचानक केंद्राध्यक्ष ने पीछे मुड़कर देखा तो थैले से उत्तर पुस्तिकाएं गायब थीं। उत्तर पुस्तिकाएं रास्ते में गिर चुकी थी। केंद्राध्यक्ष के होश उड़ गए। उन्होंने करंजी चौकी प्रभारी को इस मामले की जानकारी तत्काल मोबाइल से दी। सूचना पर चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और रास्ते बर खोजबीन की, लेकिन उत्तर पुस्तिकाएं नहीं मिलीं। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा था कि उत्तर पुस्किाएं किसी के हाथ लग गई होगीं। 5 घंटे बाद उत्तर पुस्तिकाएं मिली तो सभी ने राहत महसूस की।
पुलिस के अनुसार परीक्षा खत्म होने के बाद यदि उत्तर पुस्तिकाओं को केंद्राध्यक्ष व सहायक केंद्राध्यक्ष द्वारा सुरक्षित ले जाया जाता तो ऐसी घटना नहीं होती। इसमें केंद्राध्यक्ष की लापरवाही सामने आई है। 32 विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका में 17 बालक और 15 बालिकाओं की शामिल है। मामले में जिला शिक्षा अधिकारी से चर्चा के लिए फोन लगाया गया पर उनका मोबाइल बंद बताया।
(TNS)