कांकेर। प्रदेशभर में घूम-घूमकर बाइक चुराने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफास किया है। उनके कब्जे से 20 गाड़ियां जप्त की गई है। गिरफ्तार आरोपी लूट, डकैती, एटीएम काटने जैसे अपराध में पहले भी जेल जा चुके हैं।
बाइक चोर गिरोह के चार आरोपियों के नए अपराध की योजना जेल में बनी थी। एक साथ जेल में रहते इनकी दोस्ती हो गई। जेल से बाहर आने के बाद योजना पर काम करना शुरू कर दिया और प्रदेशभर में घूमकर अलग-अलग जिलों से बाइक चुराने लगे।
पुलिस ने बताया कि जेल में ही वारदात करने की योजना बनाई थी। आरोपियों से अलग-अलग कंपनियों के कुल 20 मोटरसाइकिल जप्त किया गया है। सभी वाहनों की कीमत लगभग 11 लाख रुपए आंकी गई है। कांकेर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, बीजापुर एवं अन्य स्थानों से चोरी हुई बाईकों को बरामद किया गया। चोरी की शिकायतों के बाद कांकेर पुलिस व सायबर सेल की संयुक्त कार्रवाई में इन्हें पकड़ने में सफलता मिली है।
पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोरखनाथ बघेल, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय डाॅ. अनुराग झा एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस डाॅ. चित्रा वर्मा के पर्यवेक्षण में सभी थाना चौकियों को मिलाकर संयुक्त टीम तैयार की गई थी।
कांकेर थाना क्षेत्र में कुछ दिनों से बाहरी व्यक्तियों द्वारा सस्ते दामों पर दोपहिया बेचने की सूचना प्राप्त हुई थी। उसके बाद मुखबीर लगाए गए। पुलिस अधीक्षक कांकेर के अनुसार चोरी गए वाहनों की तलाश में गठित विशेष टीम को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी रजनू कोर्राम पिता दुरगू कोर्राम (35 वर्ष) निवासी पराली, थाना ईरागांव, जिला कोण्डागांव, आरोपी राजेन्द्र एन्ड्रीक पिता तुलसी राम एन्ड्रीक (30 वर्ष) निवासी पीन्डुमपाल, थाना नैमेड़, जिला बीजापुर चोरी की बाइक रख बेचने के फिराक में ग्राहक ढूंढ रहा है।
उसके बाद आरोपियों की घेराबंदी कर अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। आरोपियों ने बताया कि वे लगभग दो वर्षों से मोटरसाइकिल की चोरी कर रहे हैं। अपने अन्य साथी नरेश कावड़े पिता मंशा राम कावड़े (30 वर्ष) निवासी साल्हेभाट, पीढ़ापाल, थाना कांकेर एवं राकेश हिड़को पिता फत्तेसिंग हिड़को (28 वर्ष) निवासी धनतुलसी पीढ़ापाल, थाना कांकेर के साथ मिलकर कांकेर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, बीजापुर एवं अन्य स्थानों से चोरी करना स्वीकार किया।
एसपी सिन्हा के अनुसार आरोपी की निशानदेही पर कुल 20 बाइक जप्त की गई। आरोपी गाड़ियों को बेचने अपने घरों के साथ अलग-अलग क्षेत्र के ग्रामीणों को विश्वास में लेकर रखवा दिया करते थे ताकि ग्राहक मिलने पर ग्रामीणों से मोटरसाइिकल वापस लेकर ग्राहकों बेच सके। आरोपियों ने पूर्व में कई बार चोरी की बाइक सस्ते दामों पर अनजान राहगिरों को बेचना बताया है। इसकी विवेचना की जा रही है। आरोपियों की निशानदेही पर अलग-अलग स्थानों से चोरी की बाइक जप्त की गई है।
पहले के कई वारदातों में शामिल थे आरोपी
पुलिस ने बताया कि जप्त मोटरसाइकिलों की अनुमानित कीमत 11 लाख रुपए है। चोरी के बाद गाड़ियों के नम्बर प्लेट निकाल कर फेंक दिया करते थे। वहीं कई गाड़ियों के इंजन, चेसिस नंबर को भी मिटाने का प्रयास किए हैं। गिरफ्तार आरोपी राजेन्द्र एन्ड्रीक पिता तुलसी राम एन्ड्रीक पूर्व में सरोना में गैस कटर से एटीएम काट कर नगदी रकम चोरी करने की घटना में शामिल रहा है। पुलिस ने उसे तेलांगना से गिरफ्तार किया था।
सिहावा क्षेत्र में लूट की घटना में शामिल था
आरोपी रजनू कोर्राम पिता दुरगू कोर्राम आमाबेड़ा एवं सिहावा क्षेत्र में लूट की घटना में शामिल रहा है। गिरफ्तारी के बाद दोनो आरोपी जेल में एक साथ रहे हैं। जमानत पर रिहा होने के बाद अन्य साथी आरोपी नरेश कावड़े व राके हिड़को के साथ मिलकर लगभग दो वर्षों से मोटरसाइकिल चोरी करने की वारदात को अंजाम द रहे थे।