Tirandaj Desk। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वॉर्न का 52 वर्ष की आयु में हार्ट अटैक से निधन हो गया है। मौत से 12 घंटे पहले किया था आखिरी ट्वीट जिसमें रोड मॉर्श के निधन पर शोक जताया था। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि वो हमारे खेल के महान खिलाड़ी थे। उन्होंने बहुत से युवा लड़के और लड़कियों को प्रेरित किया था।
किसे पता था कि यह उनका आखिरी ट्वीट होगा। शेन वॉर्न दुनिया के महान स्पिनरों में शुमार रहे हैं। वॉर्न की मैनेजमेंट टीम की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, थाईलैंड के कोह सामुई के एक विला में शेन बेहोश पाए गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनका निधन हो गया।
उन्होंने 1992 से 2007 तक 145 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने 25.41 की गेंदबाजी की औसत से 708 विकेट लिए। इस लिहाज से वह दूसरे स्थान पर थे, जबकि पहले नंबर पर श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन का नाम है, जिन्होंने टेस्ट में 800 विकेट लिए थे। शेन वॉर्न ने भारत के खिलाफ 1992 में सिडनी टेस्ट से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच जनवरी, 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी में ही खेला था।
वॉर्न ने ग्लेन मैकग्रा, डेमियन मार्टिन और जस्टिन लैंगर के साथ किक्रेट से संन्यास लिया था। उन्होंने 2008 में आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स के कोच और कप्तान की भूमिका निभाई और टीम को आईपीएल में चैंपियन बनाया। इतनी कम उम्र में हर्ट अटैक के पीछे वॉर्न की सिगरेट और शराब की लत को बड़ी वजह माना जा सकता है। वह चेन स्मोकर थे और कई बार उन्हें ग्राउंड पर भी सिगरेट पीते हुए देखा गया था। इतना ही नहीं वह नशे की हालत में ड्राइविंग भी करते थे।
टेस्ट में 708 और वनडे में कुल 293 विकेट लिए
दुनिया के महान गेंदबाजों में शुमार शेन वॉर्न का जन्म विक्टोरिया में 13 सितंबर 1969 को हुआ था। अपने करियर में 145 टेस्ट, 194 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में 708 और वनडे फॉर्मेट में कुल 293 विकेट लिए। इसके अलावा फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 1319 विकेट दर्ज हैं। 1999 क्रिकेट विश्व कप की विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम में उनका महत्वपूर्ण रोल था।
विवादों से भरा रहा था वॉर्न का करियर
वॉर्न दुनिया के इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट में 3000+ रन बनाए, लेकिन कभी शतक नहीं जड़ा। उनका करियर मैदान के बाहर कई बार विवादों से रहा। वह प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन करने के भी दोषी पाए गए थे। उन पर प्रतिबंध भी लगा था। इसके अलावा सट्टेबाजी के भी कई आरोप लगे थे।