रायपुर। विद्युत संविदा कर्मी अपने नियमितीकरण और अनुकम्पा नियुक्ति की मांग को लेकर 13 दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। दो साल की अवधि पूर्ण होने के बाद भी राज्य शासन इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। भविष्य की चिंता में वे अब आर-पार की लड़ाई में सड़क पर उतर गए हैं। दिन को तेज धूप के साथ शुरू आंदोलन में रात तक जुटे रहते हैं।
संविदा कर्मी शासन तक अपनी बातों को पहुंचाने छत्तीसगढ़ राज्य संविदा विद्युत कर्मचारी संघ के मार्गदर्शन में अनिश्चितकालीन आंदोलन के 13वें दिन अर्धनग्न होकर इकट्ठे हुए। जहां पॉवर कंपनी प्रबंधन की कुटनीति व राज्य शासन की अनदेखी के विरुद्ध वे एकता का प्रदर्शन कर रहे हैं।
मंगलवार को संविदा कर्मियों ने कपड़े उतार कर कम्पनी प्रबंधन की बेशर्मी एवं शासन की उदासीनता का विरोध करते हुए सड़कों पर प्रदर्शन किया। कर्मियों ने कहा सरकार ठेका प्रथा बन्द करने की बात करती है और इधर पॉवर कम्पनी ठेका में 2300 व्यक्तियों की भर्ती ठेकेदारों के माध्यम से करवा रही है। उन्होंने कहा जबकि ऊर्जा मंत्री स्वयं मुख्यमंत्री हैं। उन्हीं के विभाग में ठेका प्रथा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
संगठन ने कहा बिजली कम्पनी में संविदा कर्मियों की जान जा ही रही है। वहीं अब ठेका कर्मियों की हत्या की भी साजिश कम्पनी प्रबंधन कर रही है।
प्रदर्शन में जनता के बीच निकले भीख मांगने
10 मार्च से संविदा कर्मचारी संघ का प्रतिनिधिमंडल एवं सदस्य जनता के बीच पहुंच कर भीख मांग कर जनता तक संविदा कर्मियों की तकलीफ को पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। संघ के सदस्यों ने कहा जनता भी पॉवर कम्पनी के साथ ही सरकार को कोष रही है।
जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कम्पनी में लाइन परिचारक संविदा कर्मियों को दो साल के संविदा/परिविक्षा अवधि पूर्ण करने पर नियमित की जाती रही है, किन्तु कांग्रेस सरकार के आने के बाद इस इस पर रोक लगा दी गई है। संविदा कर्मी 2 वर्ष में नियमित हो जाने की उम्मीद में अपने जान जोखिम में डाल कर काम करने को मजबूर हैं। बिना सुरक्षा के काम करते यहां आएदिन दुर्घटनाएं होती रहती है। यहां सैकड़ों कर्मियों के अंग भंग हो गए हैं। वहीं 25 से अधिक संविदा कर्मियों की मौत हो चुकी है।
संघ का कहना है इसलिए विद्युत संविदा कर्मी अपनी नियमितीकरण और अनुकम्पा नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। इसी वजह से संविदा कर्मी शासन तक अपनी बातों को पहुंचाना चाहते हैं। उनका कहना है पर शासन हमारी बात सुनना नहीं चाहता। संघ ने कहा हमारी केवल दो ही मांग है पहला रिक्त पदों पर कम्पनी में कार्यरत विद्युत संविदा कर्मियों को नियमित नियुक्ति दी जाए। वहीं दूसरी ये कि विद्युत दुर्घटनाओं में मारे गए संविदा कर्मियों के परिवार को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाए।
(TNS)