रायपुर। देश के साथ प्रदेश में भी कोरोना का संक्रमण दर लगातार घट रहा है। अस्पतालों में मरीज काफी कम हो गए हैं। इसलिए दूसरे विभागों से कोविड के तहत अधिकारी-कर्मचारियों की लगाई गई ड्यूटी को निरस्त कर मूल विभागों में लौटने का आदेश जारी कर दिया गया है।
दूसरी ओर केंद्र ने राज्यों को अलर्ट रहने को कहा है। इसके लिए राज्यों को पत्र लिखा गया है। बता दें कि दो दिनों पहले चीन में कोरोना का 2 साल का रिकॉर्ड टूटा है। जर्मनी, इटली, फ्रांस में भी केस बढ़ने लगे हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि क्या भारत में भी चौथी लहर आएगी ?
आपको बता दें कि कोरोना काल में कई विभाग के कर्मचारियों को अलग-अलग विभागों में जिम्मेदारियां दी गई थी। इसी के तहत प्रतिनियुक्ति दी गई थी। कोरोना नियंत्रण में होने के बाद अब सभी को उनके मूल विभागों में भेजने का आदेश दिया गया है। रायपुर कलेक्टर ने इस बाबत अन्य विभागों में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों-अधिकारियों को तत्काल अपने मूल पद पर ज्वाइन करने को कहा है।
बता दें कि चीन कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से इस घातक वायरस का सबसे बड़ा हमला झेल रहा है। पिछले कुछ हफ्तों से वहां कोरोना के केस नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। चीन में कोरोना के ताजा हमले ने पिछले दो सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं जर्मनी, इटली, फ्रांस समेत कई यूरोपीय देशों और साउथ कोरिया जैसे एशियाई देशों में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। कोरोना की ताजा लहर के पीछे ‘स्टेल्थ ओमिक्रॉन’ कहे जा रहे ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.2 को जिम्मेदार माना जा रहा है। चीन में ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से तेजी से बढ़ रहे कोरोना ने उसकी जीरो कोविड पॉलिसी पर दबाव बढ़ा दिया है।
देखा जाए तो भारत में कोरोना वायरस की स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। देश में इस समय 30 हजार से भी कम कोरोना के एक्टिव मरीज हैं, लेकिन इस समय दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोपीय देशों में जिस तरह से कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है उसने भारत सरकार को अलर्ट कर दिया है। केंद्र सरकार ने चीन और यूरोपीय देशों में केसेस बढ़ने के बाद राज्यों को चिट्ठी लिखी और संक्रमण दोबारा न फैले इसके लिए सतर्क रहने के लिए दिशा निर्देश दिए।
भारत में तीसरी लहर फरवरी से ही लगातार ढलान पर है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि तीसरी लहर देश में खत्म हो चुकी है। इसी वजह से भारत में कोविड प्रतिबंधों में ढील दी जा चुकी है, लेकिन जब चीन समेत कई विकसित देशों में कोरोना वापसी करने लगा है। ऐसे में भारत में भी इसके खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता है। 27 मार्च से भारत दो साल बाद पूरी क्षमता के साथ इंटरनेशनल फ्लाइट्स को फिर से शुरू करने जा रहा है। इससे भी विदेश से आने वाले यात्रियों से देश में कोरोना फैलने का खतरा रहेगा।
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को/केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रधान सचिवों को पत्र लिखकर कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने अपने पत्र में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि अगर कोरोना का कोई वेरिएंट फैलता है तो समय से इसका पता लगाया जाए। लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाए।
(TNS)