कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच बड़ी संख्या में भारतीय फंसे हुए हैंं। इस बीच एक और छात्र की बीमारी के कारण मौत हो गई है। वह यूक्रेन के विन्नित्सिया में विनितसिया नेशनल पाइरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था। उनके पिता शव को लेकर रोमानिया जाने की कोशिश में हैं।
जानकारी अनुसार चंदन जिंदल नाम के 22 वर्षीय भारतीय छात्र की बुधवार को बीमारी के कारण मौत हो गई। उनका इमरजेंसी हॉस्पिटल विन्नित्सिया में इलाज चल रहा था। उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उनके पिता भी अस्पताल में मौजूद थे। अब वे अपने बेटे के शव को लेकर रोमानिया के सीरेट बॉर्डर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक चंदन पंजाब के बरनाला का रहने वाला था। यूक्रेन में एमबीबीएस के चौथे साल की पढ़ाई कर रहे चंदन को 2 फरवरी को हार्ट अटैक आया था। इसके बाद उनके दिमाग में खून के थक्के जम गए थे। डॉक्टरों ने चंदन का ऑपरेशन तो कर दिया था, लेकिन वह कोमा में चला गया। उसके बाद 2 मार्च को उसने दम तोड़ दिया।
चंदन को दिल का दौरा पड़ने के पांच दिन पहले उनके पिता शीशन कुमार जिंदल उनकी देख-रेख के लिए यूक्रेन गए थे। इसके कुछ दिन बाद से ही हालात बिगड़ते गए। रूस-यूक्रेन के बीच जंग छिड़ गई। चंदन के पिता के साथ उनके ताया भी यूक्रेन गए थे जो कि एक मार्च को लौट आए हैं।
चंदन की देखभाल करने गए पिता शीशन कुमार जिंदल को पता नहीं था कि उनकी परेशानियों के बीच युद्घ की स्थिति निर्मित हो जाएगी। हालात बिगड़ते गए। बता दें कि यूक्रेन में भारत से बड़ी संख्या में बच्चे ऊच्च शिक्षा के लिए गए हैं। अब वे अपनी जान बचाने के लिए बंकरों में छुपे हुए हैं। जहां जमीन के अंदर ठंड है। इस वजह से ज्यादातर लोगों को स्वास्थ्यगत परेशानियां आ रही है। खासकर लड़कियों को कई तरह की तकलीफ उठानी पड़ रही है। जहां खाने के नाम पर ले देकर एक वक्त का भोजन मिल रहा है, वह भी अधूरा।
(TNS)