कांकेर। बच्चों को पुष्ट करने के लिए प्रदेश भर में पोषण आहार पखवाड़ा चलाया जा रहा है। जहां आंगनबाड़ियों के माध्यम से उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। पर कांकेर जिले में इसमें भी लापरवाही सामने आई है। बच्चों के आहार के लिए सामग्री ही उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है।
यह मामाला जिले के भानुप्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत ऊंचपानी का है। जहां पिछले 1 सप्ताह से बच्चों को पोषण आहार नहीं मिल पा रहा है। जानकारी अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले 10 दिनों से नहीं आ रही है, क्योंकि आंगनबाड़ी केंद्र में न तो चावल है और न ही रेडी टू ईट फूड की उपलब्ध कराया गया है। यहां बड़ी बात ये है कि प्रदेश में 21 मार्च से पोषण पखवाड़ा चलाया जा रहा है ताकि बच्चों को उचित पोषण आहार मिल सके और उनकी देखभाल हो सके।
बच्चों के पौष्टिक आहार से वंचित होने का कारण लापरवाही सामने आई है। प्रशासन के सुस्त रवैये के कारण भानुप्रतापपुर विकासखंड में ग्राम पंचायत ऊंचपानी के बच्चों को पोषण आहार नहीं मिल रहा है। उसकी मुख्य वजह जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही है। होली के बाद से केंद्र में बच्चे बुलाए ही नहीं जा रहे हैं। केंद्र भी सुविधाहीन निजी मकान में संचालित किया जा रहा है। जहां बच्चों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ने की आशंका है।
आंगनबाड़ी सहायिका मोनिका तेता ने बताया केवल 2 पैकेट रेडी टू ईट फूड पैकेट है, लेकिन वो भी एक्सपायरी हो चुके हैं। वहीं भवन को लेकर जानकारी दी कि पिछले 3 साल से निर्माण हो रहा है, जो अब तक अधूरा है। इसलिए मजबूरी में सुविधाहीन जगह पर आंगनवाड़ी संचालित किया जा रहा है।
वहीं मामले में भानुप्रतापुर के एसडीएम जितेंद्र यादव ने कहा मामला बड़ा गंभीर है। तत्काल चावल आदि की व्यवस्था कराता हूं। इसमें जिसने भी इस मामले में लापरवाही की है उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
(TNS)