दंतेवाड़ा। माओवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान में पुलिस को सफलता मिली है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने फागुन मेला के दौरान दो नक्सलियों को पकड़ा है। ये माओवादी ग्रामीण वेशभूषा में मेला घूमने के लिए आए थे।
सिटी कोतवाली क्षेत्र के मामले में इनके आने की खबर मुखबिर से पुलिस को मिल गई थी। उसके बाद जवानों ने मेले में उन पर नजर रखे हुए थे। उन्हें ढूंढ रहे थे। कुछ घंटों में घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार नक्सली रतिराम कुंजाम उर्फ रतन नक्सलियों की जिलावार बनाई जाने वाली जनताना सरकार में अध्यक्ष हैं। दूसरे माओवादी की पहचान बुधरु उर्फ डेंगा के रूप में की गई है। यह जनताना सरकार में उपाध्यक्ष है। ये दोनों नक्सली पिछले कई सालों से माओवाद संगठन से जुड़कर काम कर रहे थे।
दंतेवाड़ा के एसपी सिद्धार्थ तिवारी के अनुसार किदंतेवाड़ा जिले के किरंदुल और बीजापुर जिले के विभिन्न थानों में दोनों माओवादियों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज है। दोनों नक्सली हत्या, लूट, आगजनी, बड़े नक्सली लीडरों के आने पर उनके बैठक की व्यवस्था करना समेत अन्य काम किया करते थे। दोनों नक्सली इलाके में सक्रिय रहकर संगठन को मजबूत करने का काम किया करते थे। मेला स्थल से दोनों माओवादियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बता दें कि हाल ही में एक और नक्सली घटना हुई थी। मुठभेड़ सुबह केरलापाल पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत चिछोरगुडा गांव के पास जंगलों में हुई थी। पुलिस अधिकारी ने मामले में जानकारी दी थी कि उस समय जब राज्य के नक्सलरोधी बल डीआरजी के जवान सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गश्त कर रहे थे।
बता दें कि बीते दिन बीजापुर जिले में बीते शुक्रवार सुबह हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया, जिसके सिर पर 3 लाख रुपए का इनाम चल रहा था, जबकि जिला रिजर्व गार्ड का एक जवान मामूली रूप से घायल हो गया। वहीं बस्तर रेंज के महानिरीक्षक पी. सुंदरराज ने बताया किनईमेड थाना क्षेत्र के जंगल में सुबह करीब साढ़े आठ बजे डीआरजी और सीआरपीएफ की ओर से संयुक्त अभियान चलाया गया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। वहीं एक डीआरजी जवान मामूली रूप से घायल हो गया। उन्होंने बताया कि मारे गए नक्सली के सिर पर तीन लाख रुपए का ईनाम रखा गया था।
(TNS)