रायपुर। प्रदेश के बस्तर जिला मुख्यालय में दलपत सागर किनारे बस्तर आर्ट गैलरी में अपनी तरह का अलग माहौल देखने को मिला। आर्ट गैलरी में शहरवासियों की भीड़ और चारों ओर तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दे रही थीं। सभी लोगों की निगाहें रैंप पर चल रहे कुछ मॉडलों पर टिकी थीं। ये मॉडल जगदलपुर शहर की तृतीय लिंग समुदाय की सदस्य थीं।
बस्तर जिला प्रशासन ने तृतीय लिंग समुदाय से जुड़े लोगों को समाज में एक सम्मानित स्थान दिलाने के उद्देश्य से इस पहल की शुरुआत की। दलपत सागर के किनारे बनाए गए बस्तर आर्ट गैलरी में इस तरह का यह पहला आयोजन किया गया। इसमें प्रतिभागी भी केवल इसी समुदाय से थे, जिनके द्वारा अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए और रैंप वॉक भी किया गया।
समाज कल्याण विभाग की डिप्टी डायरेक्टर वैशाली मरड़वार ने बताया कि समाज में हेय दृष्टि से देखे जाने वाले तृतीय लिंग समुदाय को आगे बढ़ाने के लिए पहल की जा रही है और इसी के तहत यह कार्यक्रम था। इसके साथ ही आज बस्तर जिले के 20 तृतीय लिंग सदस्यों को टीजी कार्ड भी वितरण किया गया, जिससे की उन्हें सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ मिल सके।
आज के सफल कार्यक्रम को देखते हुए अब 21 से 27 फरवरी तक गांव-गांव में इस कार्यक्रम को आयोजित करने की तैयारी की जा रही है। बस्तर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम से इस समूह में इतना उत्साह है कि इसमें शामिल होने के लिए कांकेर और कोंडागांव से भी सदस्य पहुंचे थे। वहीं शहरवासियों ने भी इस कार्यक्रम की जमकर सराहना की।
कार्यक्रम में पहुंचे शहरवासियों ने कहा कि समाज के इन उपेक्षित लोगों को साथ खड़े करने का यही सही समय है। बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने कहा कि उपेक्षित वर्ग को आगे लाना ही प्रशासन की पहली जिम्मेदारी है। और बस्तर आर्ट गैलरी के निर्माण का उद्देश्य भी यही था कि समाज के उपेक्षित व छोटे कलाकारों को उचित मंच प्रदान किया जा सके।