लोरमी। गरीबों को मिट्टी के आवास से निजात दिलाने की केंद्र सरकार की योजना को जनप्रतिनिधि किस तरह बट्टा लगा रहे हैं लोरमी ब्लॉक में देखा जा सकता है। यहां गरीब की आस टूट गई है। जनप्रतिनिधि ने हितग्राही को बैंक ले जाकर पैसा निकलवाया और अपने पास रख लिया। इधर एसडीएम ने जांच की बात कही है।
मामले को लेकर हितग्राही ने कलेक्टर के पास आवेदन लगाया, पर वह भी अधर में है। अब तक जांच के कोई संकेत नहीं मिले हैं। जानकारी अनुसार केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी करने का काम दूरस्थ वनांचल के पंचायत प्रतिनिधि खुलेआम कर रहे हैं।
यह मामला मुंगेली जिले के जनपद पंचायत लोरमी के अचानकमार ग्राम पंचायत का है। जहां प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि के गबन करने का मामला उजागर हुआ है। जहां के पूर्व सरपंच, सचिव और आवास मित्र की कारगुजारियों की शिकायत ग्रामीणों ने वरिष्ठ अधिकारियों से की है।
मुंगेली जिले के इस शिकायत मामले के अनुसार अचानकमार ग्राम पंचायत में इस योजना के तहत हितग्राहियों को मिलने वाला पक्का मकान अधर में लटका हु्आ है। पूर्व सरपंच, सचिव और आवास मित्र ने हितग्राहियों के लाखों रुपए की राशि फर्जीवाड़ा कर गबन कर ली गई है। पीड़ित महिला राजकुमारी बैगा ने पूर्व सरपंच गया साकत पर उनके पति के नाम से स्वीकृत पीएम आवास की दोनों किस्तों की राशि को रखने के बाद भी मकान का निर्माण नहीं कराने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की है।
शिकायत में हितग्राही ने बताया है कि उनके पति को पूर्व सरपंच अपने साथ बैंक ले जाकर आवास योजना के तहत मिलने वाली राशि निकालकर अपने पास रख ली, लेकिन योजना का पक्का मकान पूरा नहीं किया। मजबूरी में मिट्टी के घर में अपनी जान जोखिम में डालकर वृद्ध महिला रहने को मजबूर है। महिला ने बताया कि पूर्व सरपंच से निर्माण की बात कहने पर राशि नहीं होने की बात कहते हुए नाराज होता है।
आरोप यह भी है कि ग्राम पंचायत अचानकमार के पूर्व सरपंच गया साकत ने फर्जीवाड़ा कर नियम विरुद्ध अपने ही बेटे को आवास मित्र बनवाया था, जिसने ग्राम पंचायत के अधिकतर हितग्राहियों के खाते से राशि निकालकर गबन कर ली। यही वजह है कि गया साकत जैसे कई हितग्राहियों का आवास या तो बना नहीं है या अपूर्ण है, जबकि आवास मित्र ने फर्जी जियो टैगिंग के जरिए हितग्राहियों का लाखों रुपए आहरित कर लिया है।
जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगीः एसडीएम
पंचायत में गड़बड़ी मामले में ग्रामीणों ने बताया इस संबंध में पूर्व में मुंगेली कलेक्टर कार्यालय में लिखित शिकायत की गई थी, लेकिन मामले की जांच नहीं हुई। ग्रामीणों ने एक बार फिर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने के साथ दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं मामले में लोरमी की एसडीएम मेनका प्रधान ने जल्द ही जांच करने की बात कही है। उन्होंने कहा यदि राशि निकालने के बाद भी आवास नहीं बनाया गया है तो दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
(TNS)