कोरबा/पोंडी उपरोड़ा। आदिवासी नेता और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सुप्रीमो रहे दादा हीरा सिंह मरकाम की मूर्ति तोड़े जाने का मामला शांत होने का नााम नहीं ले रहा। प्रतिमा खंडित किए जाने से समर्थकों में खासी नाराजगी है। देश-प्रदेश से हजारों समर्थक आज गुरसियां बाजार में खंडित प्रतिमा के पास उग्र प्रदर्शन किया। इस दौरान गाड़ियों और दुकानों को आग लगा दी गई।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सुप्रीमो दादा हीरा सिंह की प्रतिमा खंडित किए जाने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन गोंगपा ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि घटना के मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। इससे समर्थकों सहित आदिवासी समाज के लोग खासे आक्रोशित हैं।
दादा हीरा सिंह के कुछ दिनों पहले मूर्ति विखंडित करने के विरोध में गुरसियां बाजार में जुटे छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों से समर्थक व गोंगपा कार्यकर्ताओं ने महासभा में अपनी भावनाओं को रखा। इस दौरान उग्र लोगों ने आसपास मौजूद गाड़ियों के साथ-साथ दुकानों को भी आग लगा दिया। समर्थकों को काबू में करने के लिए बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस बल को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
बता दें कि जल-जंगल-जमीन के अधिकार के लिए दादा हीरा सिंह ने जीवनभर लड़ाई लड़ी। इससे उनके समर्थक खासे नाराज हैंं। गोंडवाना रत्न दादा हीरासिंह मरकाम की मूर्ति को तोड़ने की घटना के बाद से मोर्चा खोल दिया है। पिछले दिनों कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई की मांग करते हुए कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञापन सौंपा था। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है।
युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष दिकपाल सिंह मरकाम ने शिकायत में बताया कि कोरबा जिला की ग्राम पंचायत गुरसिया बांगो चौक में गोंडवाना के 89 वें शंभु के रूप में गोंडवाना रत्न व पूर्व विधायक तानाखार के दादा हीरासिंह मरकाम की स्थापित मूर्ति को दुर्भावनावश खंडित कर दिया गया है।
आरोप है कि मूर्ति को खंडित करने वालों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे गोंडवाना पार्टी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। स्थानीय जिला प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। दिपकाल का कहना है कि दादा हीरासिंह राजनीतिक व्यक्ति के साथ ही देश के सामाजिक आर्थिक, शैक्षणिक अध्यात्मिक चिंतक थे। आठ के दशक से पूर्व वे शिक्षक रहे। उनके द्वारा पढ़ाए गए छात्र अब प्रशासनिक स्तर पर सेवा दे रहे हैं। दादा ने समाज को जागृत करने के लिए अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। उनके प्रयास से समाज का विकास हुआ है।
मामले में अभी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना के बाद से गोंगपा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वजह से पुलिस पर आरोपितों को गिरफ्तार करने का काफी दबाव था, पर बात नहीं बनी और गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मास्टर माइंड के फरार होने की बात कहते हुए 28 को जन आक्रोश सभा किए जाने का ऐलान कर दिया था। ऐलान के तहत आज प्रदर्शनकारी उग्र हो गए।
(TNS)