विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले की एक छात्रा सृष्टि विल्सन यूक्रेन के कीव शहर में फंस गई है। वह एमबीबीएस के पांचवे सेमेस्टर की पढ़ाई करने के लिए वहां गई है। इस बीच रूस के बम धमाकों के बीच बेटी के फंसे होने की जानकारी मिलने के बाद परेशान मां ने मदद के लिए सीएम हेल्पलाइन पर फोन किया। वहां से जो जवाब दिया गया, उसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे।
सीएम हेल्पलाइन में मौजूद कर्मचारी ने जवाब दिया कि यह मामला उनके क्षेत्र में नहीं आता है, वे यूक्रेन के थाने में शिकायत दर्ज कराएं। सीएम हेल्पलाइन ने मां से कहा कि अगर कोई मध्य प्रदेश का मामला है, तो कॉल कीजिए। यह यूक्रेन का मामला है, इसलिए यूक्रेन के थाने में ही इसकी रिपोर्ट दर्ज कराएं। सृष्टि की मां वैशाली विस्टन विदिशा के ब्लड बैंक में लैब टेक्नीशियन हैं।
बताते लचें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सीएम हेल्पलाइन में जो भी शिकायत हो, उसका तुरंत निराकरण किया जाए। मगर, इस मामले में निराकरण तो नहीं किया गया, उल्टा जो जवाब दिया गया, वह सीएम हेल्पलाइन की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़ा कर रहा है।
बताते चलें कि भारत की तुलना में यूक्रेन से मेडिकल की पढ़ाई करना काफी सस्ता पड़ता है। लिहाजा, बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए वहां जाते हैं। भारत से करीब 20 हजार बच्चे यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।
रूस ने जिन शहरों पर हमले किए हैं, वहां फंसे भारतीय छात्रों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। दरअसल, रेस्टोरेंट और खाने-पीने की दुकानें बंद हो गई हैं, होटल और टैक्सी का किराया आठ गुना तक बढ़ गया है।