इंदौर। शिव आराधना का नौ दिनी पर्व शिव नवरात्र 21 फरवरी से शुरू हो चुका है। एक मार्च चलने वाले इस त्योहार पर भक्त व्रत का संकल्प कर पूजा घर में शिवलिंग और मां पार्वती की स्थापना कर श्रद्धा भाव से उपासना करेंगे। इसके बाद एक मार्च को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा।
इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास ने बताया कि इस मौके पर पूजन पंचगव्य, सुपारी, बेल पत्र आदि अर्पित की जाएगी। भक्त मंदिर में जाकर शिवाष्टक, रुद्राष्टक का पाठ कर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करेंगे। महामंडलेश्वर दादू महाराज ने बताया कि शिव नवरात्र पर नौ दिन शिव की पूजा अर्चना उपासना से शिव प्रसन्न होते हैं। इसी तरह पवन पुत्र हनुमान रुद्र का अवतार है। वे सुंदरकांड के पाठ से जीवन भी सुंदर बनाते हैं। जीवन से अंधियारा दूर होकर उजाला फैलता है। इसके सामूहिक पाठ से शक्ति कई गुणा अधिक हो जाती है।
यह करें नौ दिनों तक
नौ दिनों तक जल्दी उठकर स्नान करें। यदि आप व्रत कर रहे हैं तो व्रत का संकल्प करके पूजा घर में शिवलिंग और मां पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें। पूजा में पंचामृत, मोली-रोली, कुमकुम, फल-फूल, पंचगव्य, सुपारी, बेल-पत्र आदि चीजें अर्पित कर भगवान की आरती कर दान-पुण्य का लाभ लें। शिव नवरात्रि में महादेव का अभिषेक-पूजन करने के साथ-साथ अगर पंचामृत अभिषेक-पूजन किजा जाए, तो भोलेनाथ की विशेष कृपा होती है।
पंडित गिरीश व्यास ने बताया कि आप चाहें तो किसी योग्य पुजारी से घर पर या किसी शिव मंदिर में यह अनुष्ठान करवा सकते हैं और विधि-विधान से की गई पूजा का फल पा सकते हैं। ब्राह्मणों द्वारा रुद्र पाठ करवाने से भी शिव कृपा के पात्र होते हैं साधक। शिव नवरात्रि के चलते साधक 21 फरवरी से 1 मार्च तक नौ दिन उपवास रखकर अपनी शिव साधना को सफल बना सकते हैं।