नई दिल्ली। कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि महिलाओं को अपने हिसाब से कपड़े पहनने का हक है, फिर चाहे बिकनी हो, घूंघट, जींस या फिर हिजाब। यह अधिकार उन्हें संविधान से मिला है। यह महिला का अधिकार है कि वह जो पहनना चाहे पहन सकती है। महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करें।
प्रियंका के इस बयान पर एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा ने री-ट्वीट कर सवाल किया है; मिसेस वाड्रा, भारतीय संविधान की आपकी समझ के अनुसार, क्या लड़कियों को एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में बिकिनी पहनने की अनुमति है। अगर हां, तो किस तरह की। माइक्रो-बिकिनी या सी-थ्रू बिकिनी। मेरे पास काफी हैं। इन्हें डोनट करने में, मुझे खुशी होगी।
बताते चलें कि इस विवाद की शुरुआत तब शुरू हुई, जब उडुपी के सरकारी पीयू कॉलेज फॉर वीमेन में छह छात्राओं को हिजाब पहनकर आने से रोक दिया गया। छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के फैसले का विरोध करते हुए मानने से मना कर दिया। मामला बढ़ता देख कॉलेज प्रशासन ने लड़कियों के माता-पिता के साथ बैठक की, लेकिन नतीजा नहीं निकला।
मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनने पर लगी रोक का विरोध कर रही हैं। वहीं, हिंदू छात्र-छात्राएं भगवा गमछा और दुपट्टा डालकर नारेबाजी कर रहे हैं। हालातों को देखते हुए सरकार ने स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए हैं। यह मामला कर्नाटक हाई कोर्ट में भी पहुंच गया है, जिसके बाद हाईकोर्ट ने स्कूलों और कॉलेजों में फैसला आने तक हिजाब या किसी अन्य धार्मिक पोशाक को पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया।
हाईकोर्ट ने छात्राओं से कहा कि जब तक यह विवाद सुलझ नहीं जाता, तब तक वे शैक्षणिक संस्थानों में ऐसा कोई वस्त्र नहीं पहनें, जिससे यह विवाद तूल पकड़े। कर्नाटक से शुरु हुए इस मामले की आंच यूपी सहित कई अन्य राज्यों तक पहुंच चुकी है।