तीरंदाज डेस्क। रूस – यूक्रेन युद्ध का असर अब देश के पेट्रोल व डीजल के दामों में भी पड़ सकता है। रूस – यूक्रेन युद्ध के बाद हालात बदले हैं और इस बीच कच्चे तेल के दाम भी बढ़ गए हैं। जिसके कारण आने वाले दिनों में एक बार फिर से तेल कंपनियां पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ा सकती हैं। जल्द ही तेल कंपनियां इस पर कोई निर्णय लेंगी।
ताजा जानकारी के मुताबिक कच्चा तेल 2014 के बाद पहली बार 105 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। इससे भारत का कच्चा तेल आयात बिल 15 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। तनाव के कारण आठ साल बाद ब्रेंट क्रूड आइल के दाम 105 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है युद्ध के हालातों के बीच इसमें और भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।
रूस दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक
बता दें रूस दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है। रूस द्वारा यूरोप की तेल कंपनियों को कच्चे तेल की आपूर्ति करता है। यही नहीं रूस यूरोप को अपनी करीब 35 फीसदी प्राकृतिक गैस भी निर्यात करता है। रूस यूक्रेन के बीच छिड़े वार के कारण रूस से यूरोप में तेल आपूर्ति ठप हो गई है। इसके कारण दूसरे तेल आपूर्ति देशों के पास डिमांड बढ़ गई है।
ओपेक देशों ने कम किया उत्पादन
यही नहीं ओपेक देशों ने तेल उत्पादन भी कम कर रखा है जिसके कारण कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं। जब तक ओपेक उत्पादन बढ़ाने का फैसला नहीं करता, तब तक कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा ही बने रहने के आसार हैं। बताया जा रहा है कि ओपेक देश अपने उत्पादन लक्ष्य के अनुसार तेल नहीं निकाल रहे हैं। इसके कारण दाम पर असर पड़ा है। इसी तरह गैस के दामों पर भी असर पड़ेगा।
जाने देश में इस समय क्या है पेट्रोल डीजल के दाम
वर्तमान में देश में तेल के दाम पिछले कई दिनों से स्थिर हैं। दिल्ली में पेट्रोल 95.41 रुपए प्रति लीटर व डीजल 86.67 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं मुंबई में पेट्रोल 109.98 रुपए प्रति लीटर व डीजल 94.14 रुपए प्रति लीटर है। इसी प्रकार कोलकाता में पेट्रोल 104.67 रुपए प्रति लीटर व डीजल 89.79 रुपए प्रति लीटर तथा चेन्नई में पेट्रोल 101.40 रुपए प्रति लीटर व डीजल 91.43 रुपए प्रति लीटर है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रायपुर में पेट्रोल 101.11 रुपए प्रति लीटर व डीजल 92.33 रुपए प्रति लीटर है।