रायपुर। पदोन्नति में आरक्षण की मांग को लेकर शुक्रवार को राजधानी रायपुर के सड़कों पर जबरदस्त प्रदर्शन किया गया। अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग से जुड़े संगठनों ने बूढ़ा तालाब के पास धरना दिया। यही नहीं प्रदर्शनकारी रैली की शक्ल में सड़कों पर निकल गए। पुलिस ने बैरीकेड्स लगाए तो अलग अलग रास्तों से यह सभी सदर बाजार पहुंच गए।
सदर बाजार में प्रवेश करने के बाद इनका प्रदर्शन और उग्र हो गया है। इस दौरान राजधानी के कई थानों का बल मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को संभालने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों को संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। भारी भीड़ को देखकर सराफा बाजार के व्यापारियों के पसीने भी छूट गए। लेट खसोट के डर से सदर बाजार के व्यपारियों ने अपनी दुकानों को बंद कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को पदोन्नति में आरक्षण को लेकर राजधानी रायपुर में बड़ा प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन में भीम सेना सहित कई अनुसूचित जाति व जनजाति से संबंधित संगठन शामिल हुए। हजारों की संख्या में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदर बाजार में रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों की भीड़ को देखकर व्यापारी भी सकते में आ गए और कुछ घंटों के लिए अपनी दुकानें बंद कर दी। लगभग 3 से 4 घंटे तक प्रदर्शनकारियों कि नारे बाजी चलती रही। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को हटाने में सफल हो पाई।
संगठनों ने 4 दिन पहले ही बता दिया था कि शुक्रवार को उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। संगठनों का दावा है कि शिक्षा विभाग में कई हजारों की संख्या में पदोन्नति या की जा रही है लेकिन यहां आरक्षण के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लोगों को पदोन्नति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। संगठन का कहना है कि पदोन्नति में भी आरक्षण के नियमों का पूरी तरह पालन होना चाहिए। यदि सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो आगे प्रदर्शन और भी उग्र होगा।