तीरंदाज डेस्क। भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने दुनिया फतह कर ली है। शनिवार को खेले गए अंडर-19 विश्वकप के फाइनल में टीम इंडिया के शेरों ने इंग्लैंड को धूल चटा दी। फाइनल मैच देखने के बाद 2011 में धोनी की विश्वकप जीत की याद ताजा हो गई। अंडर-19 के युवा बल्लेबाज दिनेश बाना ने छक्का लगाकर भारत को विश्वकप के फाइनल में जीत दिलाई।

आलंराउंडर राज बावा टीम इंडिया की जीत के हीरो रहे। उन्होंने गेंद व बल्ले दोनों से कमाल किया। गेंदबाजी करते हुए राज बावा ने पहले 31 रन देकर इंग्लैंड के पांच खिलाड़ियों को आउट किया। वहीं जब बल्लेबाजी करने आए तो मुश्किल समय में 34 रनों की पारी खेलकर टीम की जीत सुनिश्चत की। राज बावा के इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच पुरस्कार से नवाजा गया।

फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की। इंग्लैंड की पूरी टीम 44.5 ओर में 189 रन ही बना सकी। इंग्लैंड की ओर से जेम्स रोव ने 95 रनों की शानदार पारी खेली। वे शतक की ओर बढ़ ही रहे थे कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाज रवि कुमार ने उन्हें आउट किया। इसके अलावा इंग्लैंड का कोई भी बल्लेबाज खास पारी नहीं खेल सका। टीम इंडिया की ओर से राजबावा के अलावा रवि कुमार ने 4 विकेट व कौशल तांबे ने एक विकेट लिया।
190 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को जीत के लिए पूरे 47.4 ओवर खेलने पड़े। भारतीय टीम ने 47.4 ओवर में 195 रन बनाकर फाइनल जीता। भारत की ओर से उपकप्तान शेख रशीद ने अर्धशतक बनाया। वहीं हरनूर ने 21 रन बनाए। कप्तान धुल 32 गेंदों पर 17 रन बना सके। टॉप आर्डर के आउट होने के बाद ऑल राउंडर राज बाबा ने 34 रनों की पारी खेली। इसके अलावा निशांत सिंधु ने नाबाद 50 रन बनाए। भारत को जब जीत के लिए केवल 1 रन की जरूरत थी तो उस समय दिनेश बना ने सिक्स लगाकर मैच भारत के पाले में किया।
अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम अजेय रही। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने एक भी मैच नहीं गंवाया। पहले मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को हराया। उसके बाद आयरलैंड , युगांडा व बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को मात दी। फाइनल में इंग्लैंड को हराकर पांचवी बार विश्व कप जीता । इससे पहले भारतीय टीम ने 2000, 2008, 2012 और 2018 में भी अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था।





































