नई दिल्ली। देश में स्वास्थ्य रक्षा के लिए एक और अच्छी पहल की जा रही है। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरु हो रहा है। पहले से ही मिशन इंद्रधनुष के तहत दो साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण के माध्यम से प्रतिरक्षा प्रदान की जाती है।
अभियान पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान संचालित कर रहा है। इसके तहत तीन करोड़ से ज्यादा गर्भवती महिलाओं और 2.6 करोड़ से अधिक बच्चों को सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम में सुरक्षा प्रदान की गई है। उन्होंने यह बात सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) 4.0 की वर्चुअल माध्यम से शुरुआत करते हुए कही। इस दौरान विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से इस संबंध में एक बयान जारी किया गया है। इसके अनुसार आईएमआई 4.0 में तीन दौर होंगे और इसे 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 416 जिलों में करवाया जाएगा। मंत्री मंडाविया ने आगे कहा कोविड-19 वैश्विक महामारी की वजह से नियमित टीकाकरण की रफ्तार धीमी हुई है, आईएमआई 4.0 इसमें आई कमियों को पूरा करेगा और सार्वभौमिक टीकाकरण की ओर लंबे समय तक मिलने वाला लाभ प्रदान करेगा।
मंत्री मंडाविया ने आगे कहा कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि ऐसे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण सेवाएं मिल रही हैं जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगा है या जिनका पूर्ण टीकाकरण नहीं हुआ है।
इस कार्यक्रम का पहला दौर फरवरी से अप्रैल के बीच 11 राज्यों में आयोजित किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार इन राज्यों में असम, उत्तराखंड, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।
जानकारी दी गई कि देश के अन्य 22 राज्यों में अप्रैल से मई के बीच इसका दौर शुरू होगा। ये राज्य हैं हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, बिहार, पुडुचेरी, दिल्ली, पंजाब, गोवा, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, झारखंड, उत्तर प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश हैं। मंडाविया ने नवीनतम राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के लिए किए गए प्रयासों को लेकर संतोष व्यक्त किया जिसमें वृद्धि के संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह स्थिति बरकरार रखनी है।
इस अवसर पर मंत्री मंडाविया ने कहा कि संकट के समय स्वास्थ्य कर्मचारी देश की बहुत अधिक सेवा कर रहे हैं। राष्ट्र निर्माण में योगदान करने के लिए उनका समर्पण एक प्रेरणा की तरह है। उन्होंने कहा कि नवजातों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बीमारियों से बचाने के लिए टीका प्रभावी और सुरक्षित तरीका है। जानकारी दी कि भारत की उपलब्धियों को अंतरराष्ट्रीय सराहना मिल रही है। मंडाविया ने सार्वभौमिक टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए ‘सबका प्रयास’ और ‘जन लोक भागीदारी’ पर जोर दिया।
(TNS)