रायपुर। शनिवार, 05 फरवरी को वसंत पंचमी का त्योहार माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इसी दिन मां सरस्वती प्रकट हुई थीं। संगीत, कला, वाणी, विद्या और ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा करने से इन कलाओं में व्यक्ति को मां की विशेष कृपा मिलती है। बच्चों को इसी दिन से विद्या आरंभ कराई जाती है। इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास ने बताया कि वसंत पंचमी को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है और दिन कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त के संपन्न किया जा सकता है।
इसीलिए गृह प्रवेश से लेकर उपनयन संस्कार और शादी तक के कार्यक्रम तक बिना किसी मुहूर्त को देखे किए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि वसंत पंचमी के दिन किसी नए व्यवसाय, गृह प्रवेश और शुभ कार्य आरंभ करने से सब मंगलमय होता है। वसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए कई चीजों को अर्पित किया जाता है।
ऐसे करें पूजा
मुहूर्त शास्त्र के अनुसार पंचमी तिथि पर सुबह 07 बजकर 19 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक माता सरस्वती की पूजा कर सकते हैं। पंचमी तिथि पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पूजा का संकल्प लें। मां सरस्वती को पीला रंग अच्छा लगता है, इसलिए पीले रंग का वस्त्र धारण करें। इसके बाद गंगाजल से पूजा स्थल पवित्र कर चौकी पर पीले रंग का वस्त्र बिछाकर मां सरस्वती की प्रतिमा को स्थापित करें। देवी सरस्वती को पीला वस्त्र, पीला चंदन, पीला फूल, पीला भोग, हल्दी, अक्षत और केसर को अर्पित करें। इसके बाद मां को भोग लगाएं और मां सरस्वती की आरती करें। सरस्वती मंत्र और वंदना का का पाठ करें।
देवी सरस्वती को इस मंत्र से करें प्रसन्न
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता,
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता,
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं,
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्।
हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्,
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्॥2॥
माता सरस्वती का बीज मंत्र
ॐ ऐं ऐं ऐं महासरस्वत्यै नम: का जाप करें।
व्यक्ति को अपने फलादेश के लिए अपनी कुंडली का विचार किसी योग्य ज्योतिषी से जरूर करवाना चाहिए। आप चाहें तो कुंडली विवेचना कराने के लिए ज्योतिष कर्मकांड मर्मज्ञ एवं भागवताचार्य पंडित गिरीश व्यास से मोबाइल नंबर 9926700361 या ईमेल girishvyas121212@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं। आचार्य गिरीश व्यास जी से ऑनलाइन ज्योतिष सीखने के लिए भी संपर्क कर सकते है।