तीरंदाज डेस्क। चारा घोटाले के अलग अलग मामलों में सजा काट रहे लालू यादव को जमानत मिलने के बाद अब एक और मामले में जेल जाना पड़ सकता है। झारखंड के डोरंडा ट्रेजरी घोटाले में लालू यादव दोषी करार दिए गए हैं। रांची की सीबीआई कोर्ट ने आज इस पर फैसला सुनाया। इस मामले में 36 लोगों को 3-3 साल की सजा सुनाई गई है। वहीं लालू यादव को हिरासत में ले लिया गया है।
फिलहाल लालू की सजा का ऐलान नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि लालू को तीन साल से अधिक की सजा होती है तो फिर जमानत नहीं मिल पाएगी। अगर सजा तीन साल से कम की होती है तो जमानत मिलने की की संभावना बन जाएगी। इस घोटाले में ऐसे कई चौंकाने वाले मामले सामने आए जिसे जानकर हैरानी होती है। इसमें पशुओं को स्कूटर और मोटरसाइकिल पर ढोने की कात कही गई है। यह मामला 1990-92 के बीच का है।
अफसरों और नेताओं ने फर्जीवाड़ा ऐसी कहानी लिखी कि उसपर यकीन करना मुश्किल होता है। फर्जीवाड़ा कर बताया गया कि 400 सांड़ को हरियाणा और दिल्ली से स्कूटर और मोटरसाइकिल पर रांची तक लाया गया। जिस नंबर की गाड़ी में पशुओं को लाने की बात विभाग ने कही थी दरअसल उक्त नंबर मोटसाइकिल और स्कूटर के नंबर निकले। सीबीआई ने जांच में पाया कि कई टन पशुचारा, पीली मकई, बादाम, खल्ली, नमक आदि ढोने के लिए स्कूटर का मोटर साइकिल का नंबर दिया गया था।
जांच में यह बात भी सामने आई है कि 1990-92 के दौरान 2 लाख 35 हजार रुपए में 50 सांड़, 14 लाख 4 हजार रुपए से अधिक में 163 सांड़ और 65 बछिया खरीदे गए थे। साथ ही 84 लाख रुपए से क्रॉसब्रिड की बछिया और भैंस की खरीदी भी किया गया। 84 लाख का भुगतान मुर्रा लाइव स्टॉक दिल्ली के प्रोपराइटर विजय मल्लिक ने की थी। इस घोटाले में भेड़ व बकरियों के लिए हिंदुस्तान लाइव स्टॉक एजेंसी के आपूर्तिकर्ता संदीप मल्लिक पर भी 27 लाख 48 हजार रुपए भुगतान करने का आरोप है।