रायपुर। छत्तीसगढ़ के शासकीय एवं निजी फिजियोथेरेपी महाविद्यालय में संचालित स्नातक पाठ्यक्रम बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT) में प्रवेश की लिए शासन से काउंसिलिंग जल्द प्रारंभ होने वाली है। शासन ने इसके लिए तारीख तय कर दी है।
NEET में सम्मिलित सभी विद्याथियों के फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए छत्तीसगढ़ शासन से काउंसिलिंग 24 फरवरी से शुरू होने वाली है। छत्तीसगढ़ शासन के प्रवेश नियम कंडिका के अनुसार बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी (BPT)* पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए किसी भी प्रकार से न्यूनतम अहर्ताकारी अंक Minimum Cut Off Marks की आवश्यकता नही है।
शासन के अनुसार अतः NEET में सम्मिलित सभी विद्यार्थी फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अपना पंजीयन करा सकते है। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कोई न्यूनतम अंक (Min Cut Off Marks) की बाध्यता नहीं है।
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी चार वर्ष एवं छह माह का पाठ्यक्रम है। छत्तीसगढ़ में दो फिजियोथेरेपी महाविद्यालय है- एक शासकीय फिजियोथेरेपी महाविद्यालय, रायपुर तथा दूसरा निजी फिजियोथेरेपी महाविद्यालय अपोलो कालेज ऑफ फिजियोथेरेपी दुर्ग में है।
शासन द्वारा फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में भर्ती के लिए पंजीयन 24 फरवरी से शुरू होने वाली है। फिजियोथेरेपी कॉउंसलिंग से संबंधित अधिक जानकारी के लिए 8770899607 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
(BPT) कोर्स, पात्रता, आवेदन और करियर
बीपीटी एक 4 साल का स्नातक कार्यक्रम है जो शारीरिक गति के विज्ञान से संबंधित है| बीपीटी पाठ्यक्रम छह महीने के अनिवार्य नैदानिक इंटर्नशिप के महत्व पर भी प्रकाश डालता है| जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से प्रासंगिक विषय में माध्यमिक शिक्षा (कक्षा 12 या समकक्ष) पूरी की है वे बीपीटी के लिए आवेदन करने के पात्र हैं|
इस आधार पर मिलता है प्रवेश
बीपीटी में प्रवेश आम तौर पर राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर दिया जाता है जैसे – आईपीयू सीईटी, बीसीईसीई, वीईई इत्यादि। हालांकि, कई संस्थान अकादमिक कुल या पहले सह पहले पाओ के आधार पर पाठ्यक्रम में सीधे प्रवेश प्रदान करते हैं| बीपीटी पाठ्यक्रम में पाठ्यक्रम से संबंधित विषयों को शामिल किया गया है, जैसे- 1. हाथ से किया गया उपचार 2. व्यायाम 3. उपचार के इलेक्ट्रो-भौतिक मोड के अनुप्रयोग शामिल है।
(TNS)