जांजगीर चांपा। सरकारी कामकाज में कसावट लाने और प्रोडक्शन वैल्यू बढ़ाने के इरादे से सीएम भूपेश बघले ने सप्ताह में पांच दिन कार्यप्रणाली की घोषणा की। साथ दैनिक कार्य का समय सुबह 10 से शाम 5:30 बजे तक निर्धारित किया गया। लेकिल लेट लतीफ अधिकारियों पर सरकारी आदेश का असर नहीं हो रहा है। सप्ताह में दो दिन की छुट्टी मिलने के बाद भी सरकारी कर्मी दफ्तर देर से पहुंच रहे हैं।
ताजा मामले में जांजगीर चांपा में 68 लेटलतीफ अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। राजस्व अधिकारियों द्वारा सरकारी दफ्तरों के निरीक्षण के दौरान यह लेट लतीफी सामने आई। राजस्व अधिकारियों द्वारा जिला कार्यालय सहित विभिन्न कार्यालयों का सुबह 10 बजे से 10.15 बजे तक निरीक्षण किया गया। इस दौरान विभिन्न कार्यालयों में अनुपस्थित 68 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
जांजगीर-चांपा के कलेक्टर के निर्देश पर अपर कलेक्टर सहित राजस्व अधिकारियों ने जिला कार्यालय व अपने कार्यक्षेत्र के विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया। अपर कलेक्टर ने जिला कार्यालय की विभिन्न शाखाओं की उपस्थिति पंजी का निरीक्षण किया। कलेक्टर कार्यालय में 129 कर्मचारियों में से 104 उपस्थित मिले। अवकाश वालों को छोड़कर 8 कर्मी अनुपस्थित थे जिन्हें नोटिस जारी किया गया है।
इसी प्रकार सक्ती एसडीएम ने भी विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया। सक्ती जनपद कार्यालय में बिना सूचना अनुपस्थित 6 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसी प्रकार चांपा एसडीएम ने भी 5 शासकीय कार्यालयों का निरीक्षण किया। जहां 62 कर्मचारी अनुपस्थित थे। जिनमें 6 अवकाश पर थे, 2 प्रशिक्षण में थे। शेष को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
समय की पाबंदी को सख्त सरकार
राज्य सरकार ने पांच दिवस कार्यप्रणाली लागू समय को लेकर विशेष दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत सुबह 10 बजे तक उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर होना अनिवार्य किया गया है। इनके लिए जिला कलेक्टरों को विशेष दिशा निर्देश जारी किए गए। इसी आदेश को देखते हुए जांजगीर-चांपा कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने राज्य सरकार के आदेश का कड़ाई से पालन करने तथा बिना सूचना अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए हैं।