कोरबा। जिले के शासकीय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में रजिस्टर्ड डाक से आए एक पत्र ने खलबली मचा दी है। इस पत्र में अस्पताल के एक कर्मचारी पर दैहिक शोषण व ब्लैकमेल किए जाने का अरोप लगाया गया है। लेटर में न ही ब्लैकमेल करने वाले कर्मचारी का नाम है और न ही भेजने वाले का नाम नहीं है। यह पत्र बकायदा रजिस्टर्ड डाक से भेजा गया।
बताया जा रहा है कि जो अस्पताल में जो गुमनाम पत्र आया है उसे वहीं की महिला कर्मचारी ने लिखा है। जिस में मेडिकल कॉलेज के ही कर्मचारी पर ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पत्र लिखने वाली महिला ने उक्त कर्मचारी को नौकरी से हटाने की मांग की गई। सप्ताह भर पहले जीवनदीप समिति के एक कर्मचारी के लिए खिलाफ भी इसी तरह के आरोप वाला पत्र मिला था।
सकते में मेडिकल हॉस्पिटल प्रबंधन
मेडिकल कॉलेज को मिले इस लेटर से विभाग के डॉक्टर सकते में है। लेटर में लेटर में भेजने वाली महिला का नाम तो नहीं है लेकिन महिला ने अस्पताल कहां कर्मी होने की बात की है। वही जिस कर्मचारी के खिलाफ महिला ने आरोप लगाया है उन्हें नौकरी से निकालने की मांग की है। गुमनाम पत्र में महिला ने लिखा है कि उक्त कर्मचारी ने पहले शादी का झांसा दिया उसके बाद दुष्कर्म किया।
यही नहीं अश्लील फोटो या वीडियो बनाकर कर्मचारी लगातार ब्लैकमेल कर रहा है। इससे परेशान होकर वह बदनामी के डर से पत्र के माध्यम से अस्पताल प्रशासन को आगाह कराया है। पत्र मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज के डीन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। बताया जा रहा है कि मामले की जांच के लिए मेडिकल कॉलेज के डीन ने मेडिकल कॉलेज की महिला उत्पीड़न समिति को जिम्मेदारी दी है।
डीन ने कहा करेंगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी
इस पूरे मामले में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ वाई के बडगइया ने कहा है मामला गंभीर है। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी मेडिकल की महिला उत्पीडन समिति को दी गई है। समिति को 11 फरवरी तक जांच रिपोर्ट जमा करने कहा गया है। रिपोर्ट सामने आने के बाद उक्त कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यहीं नहीं उक्त कर्मचारी पर एफआइआर भी कराएंगे।