तीरंदाज डेस्क। देश में इन दिनों कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप है। देशभर में दैनिक मामले दो से तीन लाख के बीच आ रहे हैं। इस बीच करोना के पीक को लेकर वैज्ञानिक अलग-अलग दावा कर रहे हैं। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने तीसरी लहर में पीक को लेकर अध्ययन किया है। उन्होंने अपने अध्ययन में कहा है कि तीसरे लहर में दैनिक मामले चार लाख तक नहीं पहुंचेंगे। वहीं देश में अगले 1 सप्ताह में पीक आने की संभावना है।
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल कोरोना के दैनिक आंकड़ों पर शुरू से नजर रख रहे हैं। वह अपनी टीम के साथ लगातार इस पर रिसर्च भी कर रहे हैं। उन्होंने तीसरी लहर को लेकर जो अध्ययन किया है, उसके अनुसार उन्होंने कहा है कि देश में कोरोना का रूप बदल चुका है। दूसरी लहर में कोरोना ने अत्याधिक तबाही मचाई थी, इसलिए कि तीसरी लहर ज्यादा दिनों तक अपना असर नहीं दिखा पाएगी। अध्ययन में यह दावा किया है कि अब तक के आंकड़ों से जिस प्रकार के संकेत मिल रहे हैं उसे देखते हुए आने वाले 1 सप्ताह के अंदर कोरोना का पीक आ सकता है।
जैसा कि कुछ वैज्ञानिकों द्वारा दावा किया गया था कि पीक के दौरान रोजाना 4 से 5 लाख तक केस आएंगे। वही प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा है कि यह संभव नहीं है। पीक के दौरान दैनिक मामले चार लाख तक आने की संभावना कम दिख रही है। आईआईटी प्रोफेसर ने कहा है कि देश में तीसरी लहर के दौरान दैनिक मामले अब स्थिर होने लगे हैं पिछले चार-पांच दिनों में केस बढ़ने की बजाय कम हो रहे हैं। इसे देखते हुए पीक का अंदाजा लगाया जा रहा है। पीक को लेकर यह आंकड़े पूरी तरह गणितीय अनुमान पर आधारित है। इसी आधार पर इसे तैयार किया गया है।
प्रमुख राज्यों में पीक को लेकर यह है हनुमान
कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर मृणाल अग्रवाल के अध्ययन के अनुसार प्रमुख राज्यों में इसी महीने पीक आएगा। कुछ राज्यों में पीक आ चुका है, वहीं आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में भी कोरोना का पीक आ जाएगा। अनुमान के अनुसार उत्तर प्रदेश में 19 जनवरी, हरियाणा में 20 जनवरी, गुजरात व महाराष्ट्र में 19 जनवरी, कर्नाटक में 23 जनवरी, आंध्र प्रदेश में 30 जनवरी, तमिलनाडु में 25 जनवरी, असम में 26 जनवरी व बेंगलुरु में 22 जनवरी को कोरोना का पीक आने की संभावना है। वहीं अध्ययन में यह भी कहा गया है कि मुंबई, दिल्ली, कोलकाता व बिहार में कोरोना का पीक आ चुका है।