भिलाई/जशपुर। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भारत देश की आन, बान और शान है। इस तिरंगे को हमेंशा ऊंचा रखने के लिए देश के हजारों लोग अपना सिर कटा दिए, शहीद हो गए, पर देश की आन को आंच आने नहीं दिया। राष्ट्रीय ध्वज के अपमान पर हमारे संविधान में सजा का प्रावधान है।
छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला कई बार सामने आते रहा है। जानकर हो या अनजाने में, राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान के प्रति लापरवाही पर पुलिस में मामला दर्ज कर संबंधित पर कार्रवाई की गई है। ऐसा ही एक मामला आज सामने आया है।
गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी बुधवार को जशपुर जिले के बग़ीचा जनपद अंतर्गत ग्राम सुतरी में राष्ट्रीय ध्वज के प्रति अनदेखी और लापरवाही सामने आई है। जहां तिरंगे का अपमान हुआ है। अपमान भी ऐसा की पंचायत में फहराया गया तिरंगा झंडा जमीन पर नजर आ रहा है।
इस नजारे को देखकर गांव के कुछ लोग मोबाइल कैमरे में कैद कर वायरल कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार बताया जाता है कि प्रातः पंचायत में गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडारोहण किया गया। उसके बाद सभी पंचायत पदाधिकारी घर चले गए। इधर खंभे पर फहराया गया झण्डा जमीन पर आ गिरा, जो शाम तक ऐसे ही गिरा पड़ा रहा।
हालांकि खंभे से लटकता झंडे में रस्सी लगा हुआ है, पर झंडा गिरकर खंभे के नीचे सतह से लगा लटका पड़ा रहा। मामले में सरपंच से संपर्क करने की कोशिश की गई पर किसी भी ग्रामीण ने उनका नंबर देेने से मना कर दिया। जशपुर सीईओ केएस मंडावी से मामले पर बात करने की कोशिश की गई पर उनका मोबाइल आउट आफ रेंज बताया।
पहले भी सामने आया है राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला
इसी महीने 17 लगभग दिन पहले दुर्ग में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के मामले पर शिकायत की गई थी। इसमें कांग्रेस नेता ने जन्मदिन पर तिरंगे का स्वरूप देकर केक काटा था। इसकी शिकायत एएसपी से की गई थी। शिकायत में बताया गया था कि तिरंगा झंडे का अपमान पूर्व पार्षद व कांग्रेसी नेता जोहन सिंह ने अपने समर्थकों के साथ जश्न मनाने के दौरान किया है। उसने भारतीय तिरंगे का रूप देते हुए तैयार किए गए केक काटा है।
एएसपी ने जांच के आदेश दिए
मामले पर एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि शिकायत की जांच के लिए छावनी पुलिस को कहा गया है। जांच के बाद यदि सच्चाई सामने आती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इधर भिलाई नगर निगम के वार्ड 19 के पूर्व कांग्रेस पार्षद व MIC मेंबर रहे जोहन लाल सिन्हा का कहना है कि 2 जनवरी को उनका बर्थ डे था। केक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का प्रतीक नहीं था।
फहरा दिया उल्टा ध्वज
27 जनवरी 2021 को डौंडी ब्लॉक में राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहराने का मामला आया था। इसी तरह बिलासपुर न्यायधानी में स्वतंत्रता दिवस से ठीक दो दिन पहले राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया था। बिलासपुर के रिवर व्यू के पास लगा विशाल तिरंगा आतिशबाजी की वजह से छलनी हो गया था। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
आतिशबाजी से कर दिया था छलनी
बिलासपुर में तिरंगे के अपमान को लेकर जिला पुलिस और निगम प्रशासन सकते में रहा। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रिवर-व्यू के पास अज्ञात शरारती लोगों ने पार्टी मनाई, इस दौरान आतिशबाजी की जिसकी वजह से राष्ट्रीय ध्वज छलनी हो गया था।
इस मामले पर कोतवाली सीएसपी निमेष बरैया ने बताया था कि घटना रात 8.30 बजे की है, जब कुछ मनचले युवक बर्थडे पार्टी मनाने के लिए झंडे के नीचे ही आतिशबाजी कर रहे थे। इसी दौरान पटाखों की चिंगारी से झंडे को नुकसान पहुंचा और झंडे का ऊपरी हिस्सा जलकर छलनी हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने इस घटना को देखा, और पुलिस को सूचित दी, लेकिन उपद्रवी लोग पुलिस की गिरफ्त से बच निकले थे।
नाराजगी सरकार से गुस्सा राष्ट्रीय ध्वज पर
कवर्धा में तीन सितंबर 2017 को मामला सामने आया था। पुलिस ने ध्वज के अपमान के लिए आरोपियों को हिरासत में लिया था। उसके बाद आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर जेल भेज दिया था। वहीं इस जुर्म में साथ देने वाले दो नाबालिगों को सुधार गृह भेज दिया गया।
यह मामला कवर्धा जिले के सहसपुर लोहारा थाना अंतर्गत ग्राम जमुनिया की थी। गांव के रहने वाले राजकुमार सेन (60) ने अपने नाबालिग दो बेटे के साथ राष्ट्रीय ध्वज को जलाकर तिरंगे का अपमान किया था। मामले के अनुसार राजकुमार सेन को सरकार के प्रति कुछ बात को लेकर नाराजगी थी। इसके चलते उन्होंने ऐसा अपराध किया। गांव के ही मयाराम पटेल और देवकुमार पटेल के साथ पुलिस ने बताया था कि 30 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज को जलाकर अपशब्दों का उपयोग किया गया था।
राष्ट्रीय ध्वज को जलाने का वीडियो भी स्वयं के द्वारा वायरल किया गया था। वीडियो देखकर कुछ लोगों ने उनके घर पहुंचकर विरोध किया। इस बात को लेकर ग्रामीणों साथ काफी तू-तू मैं-मैं भी हुआ। उनका कहना था कि शासन की नीतियों से वे काफी नाराज हैं, इसलिए झंडे को जला दिया। वीडियो वायरल होने के बाद लोहारा पुलिस ने आरोपी व दोनों नाबालिगों पर कार्रवाई की थी।
राष्ट्रध्वज के सम्मान के लिए बनी हुई है संहिता
भारत में राष्ट्रध्वज के सम्मान के लिए संहिता बनी हुई है, जिसके तहत तिरंगे को केवल राष्ट्रीय शोक के समय झुकाने की परंपरा है। फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के तहत झंडे को कभी भी जमीन पर नहीं रखा जाएगा। उसे कभी पानी में नहीं डुबोया जाएगा और किसी भी तरह नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर ऐक्ट-1971 की धारा-2 के मुताबिक ध्वज और संविधान के अपमान करने वालों के खिलाफ सख्त कानून है।
(TNS)