भिलाई। दुर्ग जिले के भिलाई-चरोदा निगम में महापौर व सभापति को लेकर सोमवार को पिक्चर पूरी तरह से क्लीयर हो जाएगी। भिलाई-चरोदा निगम में चुनाव के बाद प्रथम सम्मीलन सोमवार को होगा। सभी 40 पार्षदों के शपथ ग्रहण के बाद दोपहर तक निगम की तस्वीर साफ हो जाएगी। इस दौरान महापौर व सभापति के लिए मतदान होगा। इसी के साथ तीन सदस्यीय अपील समिति के चुनाव भी होंगे।
बता दें भिलाई-चरोदा निगम में कांग्रेस पार्टी बहुमत के आंकड़े से दो पार्षद पीछे छूट गई थी। यहां कांग्रेस के 19 पार्षद जीतकर आए हैं। यह पहली बार है कि भिलाई चरोदा में कांग्रेस पार्टी के इतने अधिक पार्षद जीते। यहां भाजपा के 15 पार्षद व 6 निर्दलीय पार्षद चुनकर आए हैं। दो निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस का साथ देने की घोषणा भी कर दी है इससे कांग्रेस के पास पार्षदों की संख्या 21 हो गई है। सोमवार को होने वाले महापौर निर्वाचन से पहले कांग्रेस अपने पत्ते नहीं खोलेगी, लेकिन बताया जा रहा है कि भिलाई-तीन चरोदा में कांग्रेस ने महापौर व सभापति तय कर लिया है। केवल घोषणा की औपचारिकता ही बाकी है।
निर्मल कोसरे होंगे महापौर!
भिलाई चरोदा नगर निगम के महापौर के लिए निर्मल कोसरे एकमात्र नाम बताया जा रहा है। भिलाई-चरोदा के राजनीतिक गलियारों में निर्मल कोसरे के नाम की ही सर्वाधिक चर्चा है। निर्मल कोसरे भिलाई चरोदा निगम के गणियारी वार्ड 40 से पार्षद निर्वाचित हुए हैं। बताया जा रहा है कि निर्मल कोसरे को महापौर बनाए जाने के लिए ही उन्हें चुनाव मैदान में उतारा गया। जिस वार्ड से वे पार्षद चुने गए हैं वहां से पहले धर्मेन्द्र कोसरे पार्षद का चेहरा रहे लेकिन उनकी टिकट काट कर निर्मल कोसरे को प्रत्याशी बनाया गया। निर्मल कोसरे को लेकर कहा जाता है कि वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अत्याधिक करीबियों में शामिल हैं जिसकी वजह से उनके नाम की ही चर्चा हो रही है।
महापौर से ज्यादा सभापति के लिए माथापच्छी
भिलाई-चरोदा निगम में कांग्रेस को महापौर से ज्यादा सभापति के लिए माथापच्ची करनी पड़ रही है। भिलाई-चरोदा निगम में कांग्रेस की ओर से सभापति के लिए वार्ड 37 से पार्षद कृष्णा चंद्राकर व पूर्व नेता प्रतिपक्ष संतोष तिवारी के नाम चर्चा में है। एक ओर जहां महापौर के लिए निर्मल कोसरे सर्वमान्य नाम है वहीं सभापति को लेकर खींचतान चल रही है। कृष्णा चंद्राकर को पीएचई मंत्री रुद्र गुरु का समर्थक माना जाता है और संगठन के लोग नहीं चाहते की सभापति की जिम्मेदारी कृष्णाचंद्राकर को दी जाए। बताया जा रहा है कि यदि किसी तरह की विवाद की स्थिति बनती है तो कांग्रेस आखिरी समय में सभापति उम्मीदवार बदल भी सकती है। सूत्रों के अनुसार तीसरा नाम वार्ड 26 के पार्षद मोहन साहू का आ रहा है। वहीं वार्ड 3 की पार्षद संतोषी निषाद भी इस दौड़ में शामिल है।
भाजपा उतारेगी अपना उम्मीदवार
भिलाई-चरोदा निगम में भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों की संख्या कम है इसके बाद भी संगठन महापौर के लिए अपना उम्मीदवार उतारेगी। बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी वार्ड 34 से पार्षद चुनी गई नंदिनी जांगड़े को अपना प्रत्याशी बना सकती है। वही संगठन के नेता निर्दलीय पार्षदों को साधने में लगे हुए हैं। महापौर के अलावा भाजपा सभापति के लिए भी अपना दमखम लगा रही है। भारतीय जनता पार्टी वार्ड 17 से पार्षद फिरोज फारुकी व वार्ड 29 से पार्षद चंद्रप्रकाश को सभापति के तौर पर प्रोजेक्ट कर सकती है। बता दें 2015 में पार्षदों की संख्या ज्यादा होने के बाद भी भाजपा की ओर से क्रास वोटिंग हुई और कांग्रेस के विजय जैन सभापति बने थे। इस बार भी यदि कांग्रेस में सभापति के नाम पर खींचतान रहती है तो संभावना है कि सभापति भाजपा का बन जाए।