कांकेर। अंतागढ़ में सरकारी योजना के 4.23 लाख रुपये हजम करने के आरोपी को पुुुलिस ने 7 साल बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपी इस दौरान बस्तर जिले के एक गांव में दवाखाना चला रहा था। पुलिस को उक्त आरोपी तक पहुंचने में पूरे 7 साल लग गए। इस मामले में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। शुक्रवार को गिरफ्तार आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।
दरअसल यह पूरा मामला वर्ष 2013 का है। अंतागढ़ पुलिस ने बताया कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अंतागढ़ श्रीमती पी ध्रुवे तथा श्री राम वेलफेयर एंड एजुकेशन सोसायटी जगदलपुर के अध्यक्ष राम प्रसाद भगत ने मिलकर सरकारी राशि का गबन किया था। उन दोनों ने टाटपट्टी निर्माण सामग्री, सुकर एवं सुकर आहार सप्लाई को लेकर शासन के दिशा निर्देशों को ना मानते हुए फर्जी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया। यही नहीं फर्जी तौर पर सामान का वितरण भी कर दिया।
जांच में सामने आया कि इनके द्वारा वितरित सामग्री मृत लोगों के नाम पर जारी की गई थी। आरोपियों ने कुल 4.23 लाख रुपये हजम कर लिए थे। मामला सामने आने के बाद जिला पंचायत कांकेर के तात्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी व तात्कालीन पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दोनों के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468, 471, 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया।
इस मामले में जनपद पंचायत अंतागढ़ की तत्कालीन कार्यपालन अधिकारी श्रीमती पी धुर्वे को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं श्री राम वेलफेयर एंड एजुकेशन सोसायटी जगदलपुर के अध्यक्ष रामप्रसाद भगत फरार होने में कामयाब हो गया।
7 साल से की जा रही थी तलाश
अपराध दर्ज होने के बाद फरार राम प्रसाद की तलाश अंतागढ़ पुलिस पिछले 7 वर्षों से कर रही थी। कांकेर एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने आरोपी राम प्रसाद भगत की सूचना देने वालों को 5000 रुपए नगद इनाम देने की भी घोषणा की। इस दौरान गुरुवार को अंतागढ़ पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी रामप्रसाद भानपुरी जिला बस्तर में दवाखाना चला रहा है। इसके बाद एसपी शलभ सिन्हा के निर्देश पर पुलिस की एक टीम बस्तर के भानपुरी पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर अंतागढ़ थाने लाया गया।
पेंडिंग मामलों पर हो रही है जांच
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि पेंडिग मामलों को खंगाला जा रहा था। इस दौरान यह केस भी मिला। नए सिरे से आरोपी की तलाश शुरू की गई। आरोपी का पता बताने वालों के लिए 5000 रुपए का इनाम भी रखा गया। इस दौरान हमारे सोर्सेस यह पता चला कि आरोपी बस्तर में क्लिनिक चला रहा है। इसके बाद टीम को भेज कर उसे गिरफ्तार किया गया। मामले में एक अन्य आरोपी श्रीमती ध्रुवे को इस केस में बेल मिल गई है उसका ट्रायल चल रहा है।