जगदलपुर। बस्तर जिले में प्रदेश का पहला अंतरराष्ट्रीय मानकों वाला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को बस्तर प्रवास के दौरान सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण किया है। इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की खासियत यह है कि यहां अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप प्रदूषित पानी को ट्रीट कर शुद्धिकरण करने की व्यवस्था की गई है।
बता दें कि संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में लगभग 180 लाख लीटर प्रदूषित पानी रोज दलपत सागर और इंद्रावती नदी में जाकर मिलता है। इस पानी के कारण दलपत सागर और इंद्रावती नदी का पानी भी प्रदूषित हो रहा था। जगदलपुर और बस्तर की जीवन रेखा इंद्रावती नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए बालीकोंटा में 54 करोड़ रुपए की लागत से अमृत मिशन योजनातंर्गत 25 एमएलडी क्षमता के सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया। जिसका आज सीएम भूपेश बघेल ने लोकार्पण किया है।
शहर के इस गंदे पानी के शुद्धिकरण के लिए लगभग 10 किलोमीटर लंबे पाईपलाइन के माध्यम से इसे बालीकोंटा पहुंचाया जा रहा है, जहां निर्मित प्लांट में तीन चरणों में इस पानी के शुद्धिकरण के बाद इसे इंद्रावती नदी में छोड़ा जाएगा। अमृत योजना के तहत निर्मित इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से प्रतिदिन 250 लाख लीटर पानी को साफ किया जा सकता है।
दलपत सागर में मिलने वाले 3 नाले और इंद्रावती नदी में मिलने वाले 7 नालों महादेव घाट में 1 नाला, केन्द्र बन्दीगृह के पीछे 2 नाले, पावर हाऊस में 1 नाला, इंटेक वैल के पास 1 नाला और लक्ष्मी नारायण मंदिर राजा कब्रगृह के पास 2 नालों सहित इन 10 नालों को एक साथ जोड़कर आरसीसी पाइप द्वारा बालीकोंटा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में मेन पम्पींग स्टेशन में लाया जायेगा। शुद्धिकरण के बाद इस पानी को वापस इंद्रावती नदी में छोड़ने पर नदी के जलस्तर में आ रही कमी की समस्या से भी निजात मिलेगी।
लोकार्पण अवसर पर प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचन्द जैन, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, महापौर जगदलपुर सफीरा साहू, नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू, कमिश्नर श्याम धावड़े, कलेक्टर बस्तर रजत बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा, जिला पंचायत बस्तर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास, नगर निगम बस्तर आयुक्त प्रेम पटेल आदि उपस्थित रहे।
(TNS)