रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच मंगलवार को राजधानी रायपुर के सीएमएचओ दफ्तर के बाहर हजारों की संख्या में बेरोजगारों की भीड़ उमड़ी। बेरोजगारों की यह भीड़ स्वास्थ्य विभाग में निकली भर्ती के लिए फॉर्म लेने जुटे थे। भीड़ भी ऐसी कि यहां कोविड-19 के गाइडलाइन की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई गई। वहीं भीड़ को देखते हुए विभाग ने इंटरव्यू को ही दूसरे दिन के लिए टाल दिया। कई युवकों को तो फॉर्म ही नहीं मिल पाए।
बता दें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में 202 अस्थाई पदों पर भर्ती की जा रही है। यहां मेडिकल और नॉन मेडिकल स्टाफ की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी विज्ञापन के अनुसार यहां डॉक्टर, मेडिकल ऑफिसर, डेंटिस्ट, हॉस्पिटल मैनेजर, स्टोर इंचार्ज, फार्मासिस्ट, नर्सिंग स्टाफ, हाउसकीपिंग, टेलीफोन ऑपरेटर, सिक्योरिटी गार्ड आदि पदों पर भर्ती निकाली गई। इसके लिए मंगलवार को फॉर्म वितरण के साथ ही इंटरव्यू होना था। फॉर्म लेने व इंटरव्यू देने बड़ी संख्या में बेरोजगार सीएचएमओ कार्यालय पहुंचे। विभाग को इतनी भीड़ का अंदेशा था इसके बाद भी किसी प्रकार के प्रबंध नहीं किए गए। दफ्तर के बाहर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी जिसके कारण यहां जाम की स्थिति बन गई। वहीं फॉर्म लेने दफ्तर के बाहर हजारों की संख्या में बेरोजगार खड़े रहे।
स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर में दिखी ऐसी लापरवाही
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के दफ्तर के बाहर ही ऐसी लापरवाही देखने को मिली फॉर्म लेने जुटी भीड़ में कहीं भी कोरोना गाइडलाइन का पालन होता नहीं दिखा। न यहां सोशल डिस्टेंसिंग दिख रही थी और न युवक-युवतियों ने सही तरीके से मास्क लगाए हुए थे। यहां जिनकी भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया उन्हें कोविड-19 की ड्यूटी में ही लगाया जाना है। विज्ञापन में भी इसका उल्लेख किया गया था। लेकिन भर्ती के लिए पहुंचे युवाओं ने कोविड-19 प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधकारी भी कुछ कहने से बचते रहे। जल्द से जल्द फॉर्म देकर भीड़ को खत्म करने पर उनका ध्यान रहा।