नई दिल्ली। नकली दवाओं से हर कोई परेशान रहता है। बीमार व्यक्ति जब हजारों की दवाइयां उपयोग करने के बाद भी परिणाम कुछ नहीं मिलता तब तक उनका बड़ा नुकसान हो चुका होता है। ऐसे में नकली दवाओं की पहचान के लिए राहत भरी खबर सामने आई है।
बता दें कि जब भी हम किसी बीमारी का शिकार होते हैं, तो इससे ठीक होने के लिए कई तरह की दवाओं का सेवन करते हैं ताकि हम जल्द से जल्द ठीक हो सकें। दवा व्यक्ति को ठीक करने में अहम रोल निभाती हैं। पर यही कहीं नकली निकल जाए तो फिर शारीरिक परेशानियां बरकरार रहती है।
सब को पता है कि कोरोना महामारी आने के बाद से दवाइयों के क्षेत्र में बड़ी तेजी देखने को मिली है। पीड़ितों से लेकर आम लोगों ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर में सबसे ज्यादा दवाइयों को खरीदा है। इस दौरान नकली दवाइयां बनाने वाली कंपनियों ने इसका पूरा फायदा उठाया है। क्योंकि इस खतरनाक वायरस से खुद को और अपनों को बचाने के लिए इन दवाओं का होना बेहद जरूरी है। बाजार में नकली दवाइयों का कारोबार करने वाले लोगों ने बड़ी गड़बड़ी की। यही नहीं अब भी ना जाने कितनी ऐसी दवाएं हैं जो बाजार में नकली आ रही हैं।
देखा जाता है कि असली और नकली दवाइयों के बीच में आम आदमी आसानी से फर्क नहीं कर पाता है और इसी का लाभ उठाकर कंपनियां नकली दवाइयों का कारोबार आसानी से कर रहे हैं। इसी वजह से नकली दवाइयों का सेवन करने से कई सारे लोगों की सेहत में सुधार होने की बजाय स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है, वहीं अनेक लोगों की मौत भी हो जाती है।
ऐसी स्थितियों से बचने के लिए हम आज असली और नकली दवाइयों के बीच फर्क करने का आसान तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे आप आसानी से डुप्लीकेट दवाइयों को पहचान सकेंगे। इसकी पहचान होगी एक क्यूआर कोड की मदद से। ..तो चलिए जानते हैं ये होगा कैसे…
क्यूआर कोड करेगा आपकी मदद
ये सभी के लिए राहत और खुशी की बात है कि नकली दवाइयों के कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए सरकार ने ये अहम फैसला लिया है, जिसे अगले साल 1 जनवरी 2023 से लागू किया जाएगा।
अब इस नए नियम के अनुसार दवा कंपनियां दवाइयों पर क्यूआर कोड लगा देंगी, जिसे स्कैन करते ही आपको उस दवा के दाम के साथ कॉम्बिनेशन आदि के बारे में पता चल जाएगा।
क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद आपको ‘एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट्स’ का पता चलेगा। वहीं, इससे आपको पता चल जाएगा इस दवा को कैसे और किस प्रकार के कच्चे माल से बनाया गया है। इसके लिए आपको अपने फोन से क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा।
(TNS)