रायपुर। आगे होने वाले विधानसभा सत्र में पेपरलेस काम के लिए पहल शुरू कर दी गई है। छत्तीसगढ़ विधानसभा के विधायकों और उनके सहायकों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी के तहत विधायक व उनके सहायक शुक्रवार को ऑनलाइन प्रश्नों की सूचना संबंधी प्रशिक्षण में भाग लिए।
इस प्रशिक्षण के बाद आगामी बजट सत्र 2022 के दौरान प्रश्नों की सूचनाएं ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। बता दें कि विधायकों और उनके सहायकों के लिए एनआईसी रायपुर के माध्यम से एक प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण सत्र में विधायकों को ऑनलाइन प्रश्न जमा करने संबंधी जानकारी दी गई।
बता दें कि विधानसभा में ऑनलाइन प्रश्न जमा करने के लिए एक नवीन वेब एप्लीकेशन एनआईसी के टेक्निकल हेड सत्येन्द्र शर्मा के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। विधायकों को अपने प्रश्न लगाने हैं तो उन्हें ऑनलाइन देना होगा। छत्तीसगढ़ विधानसभा में सवाल पूछने और विभागों की ओर से जवाब आने की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन करने की तैयारी कर ली गई है। विधायकों को ऑनलाइन सवाल पूछने में कोई दिक्कत न हो इसके लिए प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण में ऑनलाइन की बारीकियों के साथ अन्य टेक्निकल जानकारी दी गई। बताया जा रहा है, मार्च में प्रस्तावित बजट सत्र से यह बदली हुई प्रक्रिया लागू कर दी जाएगी।विधायक व उनके निज सहायक, विधानसभा के प्रमुख सचिव चंद्रशेखर गंगराड़े एनआईसी के टेक्निकल डायरेक्टर सत्येन्द्र शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
विभागों को भेजे गए डमी सवाल
विधानसभा ने इस बीच सरकार के विभिन्न विभागों को नए वेब एप्लिकेशन के जरिए जवाब देने का प्रशिक्षण दिया गया। डमी प्रशिक्षण सत्र के लिए गुरुवार को विभागाें को प्रश्नों की सूचनाएं ऑनलाइन भेजी गईं। अब विभागों से उनके उत्तर 31 जनवरी तक प्राप्त किये जाएंगे। विधायकों को दिक्कत न हो इसके लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर टेक्निकल पूरी जानकारी दी गई। इसी बजट सत्र से ही सवाल-जवाब ऑनलाइन होगा।
बता दें कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण काल चल रहा है। ऐसे में हमें एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखना आवश्यक है। वहीं एक-दूसरे से किसी भी तरह के सामानों के भी आदान-प्रदान से बचना है। चाहे कागजात ही क्यों न हो। ऐसे में किसी भी तरह के दस्तावेजों को ऑानलाइन में उपलब्ध कराना है। इससे समय की बचत होगी। अन्य लाभ भी होंगे।
(TNS)