नई दिल्ली। केंद्र में सरकार बनाने का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी है। खासतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाटों और किसानों को अपने पाले में करने के लिए भाजपा अपने सभी दिग्गजों को उतार रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ, अमित शाह और जेपी नड्डा के बाद अब पीएम मोदी खुद इस चुनावी राज्य में प्रचार की कमान अपने हाथों में ले ली है। वह 31 जनवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली वर्चुअल रैली को संबोधित करने जा रहे हैं।
पीएम मोदी की वर्चुअल रैली की तैयारी इस तरह से की गई है कि, जिससे पहले चरण में मतदान वाले जिलों को केंद्रित किया जा सके। बताते चलें कि कोरोना संक्रमण के कारण चुनाव आयोग ने सिर्फ वर्चुअल रैली की ही इजाजत दी है। लिहाजा, अब फिजिकल रैली व रोड शो की इजाजत नहीं होने की स्थिति में भाजपा वर्चुअल रैली के जरिये मतदाताओं को रिझाने जा रही है।
पश्चिमी यूपी में रहेगा विशेष जोर
पीएम की इस पहली वर्चुअल रैली में पश्चिमी यूपी के सहारनपुर, बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और गौतम बुद्ध नगर जैसे जिलों पर विशेष जोर होगा। इसके जरिए भाजपा 21 विधानसभा क्षेत्रों को साधने की कोशिश करेगी। इसके लिए हर भाजपा मंडल में एक एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी। एक स्क्रीन के माध्यम से 500 लोगों को रैली में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
बताते चलें कि पीएम की वर्चुअल रैली से पहले यहां पर खुद केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा जैसे वरिष्ठ नेता घर-घर जाकर भाजपा का प्रचार कर रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत कई नेता यहां पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। अमित शाह ने पिछले दिनों जाट नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की थी और कहा था कि हमारा आपका पुराना साथ है। आप हमें डांट लीजिए, चिल्ला लीजिए, लेकिन वोट गलत जगह न दीजिए।