भिलाई। जिले के रानीतराई थाने में पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। गांव के तीन बेरोजगार युवकों को एक शातिर ठग ने पुलिस विभाग की भर्ती सेल में अच्छी जानपहचान होने का दावा कर नौकरी दिलाने का दावा किया। बेरोजगार युवक ठग के झांसे में आ गए और तीनों ने मिलकर 15 लाख रुपए उसे दे दिए। इसके बाद युवकों की न नौकरी लगी और न ही उनके रुपए वापस मिल रहे हैं।
इस मामले में शिकायत के बाद रानीत तराई पुलिस ने शातिर के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज लिया है। रानीतराई पुलिस के मुताबिक ठगी का यह पूरा मामला 27 दिसंबर 2020 से शुरू हुआ। परस गांव जिला कोंडागांव निवासी दीपेंद्र कुमार नाग रानीतराई थाना क्षेत्र के गांव रेगाकटेरा पहुंचा। यहां उसने नीलेश चतुर्वेदी केवल कुमार बांधे व कुंदन कुमार से मुलाकात की।
दीपेश ने पुलिस विभाग में अच्छी जान पहचान होने तथा 2017 को निकली पुलिस भर्ती में चयनित करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान दीपेश ने तीनों बेरोजगारों को यह कहां की उसकी भर्ती सेल के अफसरों से अच्छी बनती है अब तक कईयों को नौकरी लगा चुका है। इसकी एवज में उसने तीन युवकों से 10 से 12 लाख रुपए की डिमांड की और एडवांस के तौर पर तीन से लाख रुपए मांगे।
इसके बाद मिलेश सहीत तीनों ने दीपेश को 15 लाख रुपए दिए। दिपेश ने 8 लाख, केवल बांदे ने 5 लाख व कुंदन लाल ने 2 लाख रुपए एडवांस तौर पर दिया दीपेश ने कहा था कि रिजल्ट आएगा तो बाकी रकम दे देना। पुलिस भर्ती का जब रिजल्ट आया तो तीनों के नाम उसमें नहीं थे। इसके बाद इन लोगों ने दीपेश से संपर्क किया तो वह टालमटोल करने लगा रुपए की मांग करने पर वह लगातार घुमाता रहा।
आठ माह चक्कर काटने के बाद दीपक नाग ने तीनों को 15 लाख रुपए का चेक दिया लेकिन जब चेक बैंक में जमा किया गया तो वह भी बाउंस हो गया। इस तरह दीपेश नाग ने तीनों बेरोजगारों से 15 लाख ठग लिए। इस मामले में रानीतरई पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं आरोपी दीपेश की तलाश की जा रही है।