तीरंदाज, सुकमा। सुकमा में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। शनिवार को धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र के 44 नक्सलियों ने हथियार छोड़ आत्मसमर्पण कर दिया। जब यह नक्सली आत्मसमर्पण करने पहुंचे तब बड़ी संख्या ग्रामीण भी पहुंचे। ग्रामीणों ने आत्मसमर्पण करने पहुंचे नक्सलियों को अपने हाथों से खाना बनाकर खिलाया।
मिली जानकारी के अनुसार सुकमा जिले के धुर नक्सल प्रभावित चिंतागुफा थाना क्षेत्र में शनिवार को 44 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें 2 लाख रुपए का इनामी नक्सली भी शामिल है। आत्मसमर्पण का कारण यहां कुछ दिन पूर्व यहां के करीगुंडम इलाके में शुरू किए गए फोर्स के नए कैंप को माना जा रहा है। यहां फोर्स का कैंप खुलने के बाद ग्रामीणों ने क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने में बड़ी भूमिका निभाई। ग्रामीणों ने क्षेत्र में सक्रिय 2 लाख रुपए के इनामी नक्सली मड़कम दुला के साथ 44 नक्सलियों का आत्मसमर्पण कराया। शनिवार को जब वे आत्मसमर्पण कराने पहुंचे तब वहां जिले के एसपी सुनील शर्मा भी मौजूद रहे।
आत्मसमर्पण के दौरान ग्रामीणों ने एसपी सुनील शर्मा को बताया कि आत्मसमर्पण करने पहुंचे सभी नक्सली आम जीवन जीना चाहते हैं इसलिए हथियार छोड़ रहे हैं। इस मौके पर ग्रामीणों ने एसपी को भरोसा दिलाया कि अब दोबारा यह कभी हथियार नहीं पकड़ेंगे। एसपी सुनील शर्मा ने भी सभी नक्सलियों का स्वागत किया और आम जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा आत्मसमर्पण करने वाले नक्सिलयों के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। वहीं समर्पण करने पहुंचे नक्सलियों ने भी एसपी के सामने फिर कभी हथियार न उठाने व परिवार के साथ खुशहाल जीवन जीने का संकल्प लिया। आत्मसपर्मण करने वाले नक्सलियों में एक प्लाटून सदस्य, 2 मिलिशिया सदस्य, 1 भूमकाल मिलिशिया सदस्य, 8 चेतना नाट्य मंडली, 2 कमेटी, 1 ग्राम रक्षक दलम व 29 संघम सदस्य शामिल हैं। समर्पित नक्सलियों में नौ महिलाएं भी शामिल हैं। एसपी सुनील शर्मा ने कहा कि सभी समर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने का भरोसा दिलाया।