महासमुंद। जिले में देवी मां के भक्त भालूओं के शिकार का प्रयास करने का मामला सामने आया है। यह घटना जिले के बागबाहरा के घुंचापाली चंदी मंदिर का बताया जा रहा है। देवी मां के इस मंदिर में अक्सर भालू देवी मां का प्रसाद खाने पहुंचते हैं। इसी दौरान इन भालुओं के शिकार का प्रयास किया गया है। भालू के शरीर पर नुकिला तीर लगा हुआ था जिसे वह निकालने की कोशिश कर रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार महासमुन्द जिले में बागबाहरा के घुंचापाली चंडी मंदिर में भालुओं के शिकार का प्रयास किया गया। घटना शुक्रवार की बताई जा रही है। कुछ भालू मंदिर में प्रसाद खाने पहुंचा थे। इस दौरान किसी ने एक भालू पर तीर चला दिया। तीर उसके शरीर में समा गया है। प्रसाद के लिए पहुंचा भालू तीर लगने से कराहने लगा और तीर निकालने का प्रयास कर रहा था।
मंदिर में आने वाले भालुओं की देखरेख करने वाले महेश चंद्राकर की नजर भालू पर पड़ी। घायल भालू को नजदीक से देखा तो उसके शरीर में तीर चुभा हुआ था। सुरक्षा श्रमिक महेश चंद्राकर ने बताया कि घायल भालू की उम्र लगभग 9 साल की है। इसके बाद महेश चंद्राकर ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और भालू को इलाज के लिए जंगल सफारी भेजा गया।
इधर जंगल सफारी से जानकारी मिली है कि घायल भालू के शरीर से तीर निकाल दिया गया है। उसका उपचार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जगह सफारी में भालू की स्थिति सामान्य है। जंगल सफारी में घायल भालू का इलाज के साथ ही बेहतर देखभाल किया जा रहा है। पशु चिकित्सकों ने बताया कि जल्द ही भालू का घाव सूख जाएगा। इधर भालू पर तीर चलाने वाले अज्ञात शिकारियों के खिलाफ बागबाहरा वन विभाग द्वारा प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वन विभाग की टीमें अज्ञात शिकारियों की तलाश में जुट गई हैं।