रायपुर। नवा रायपुर में चल रहे किसान आंदोलन अब सरकार और किसानों के बीच वार्ता के लिए जद्दोजहद चल रही है। एक ओर सरकार की ओर से मंत्री मो. अकबर और मंत्री डा. शिव कुमार डहरिया ने दो दिन पहले किसानों को वार्ता के लिए बुलाया था, जिस पर किसान नहीं गए थे। सरकार की ओर से यह सूचना प्रसारित की गई कि वार्ता में बुलाने के बाद भी किसान नहीं आए। वहीं किसानों का कहना है कि वार्ता बैठक के पांच मिनट पर वाट्सएप पर इसकी सूचना दी गई। ऐसे में कोई कैसे बैठक में पहुंचता। किसान नेताओं का कहना है कि बैठक लिए सरकार को समय पूर्व लिखित में सूचना देनी चाहिए।
आंदोलन के 19वें दिन प्रतिदिन की भांति भारत माता और महात्मा गांधी की पूजा अर्चना के औऱ राष्ट्रगान के साथ आंदोलन का शुभारंभ किया गया। किसान नेता रूपन लाल चंद्राकर ने कहा कि सरकार वार्ता के लिए उचित पहल नहीं कर रही है। वार्ता के लिए सरकार हम किसानों भाइयों से पत्र व्यवहार करें। पत्र में वार्ता के बिंदूओं का स्पष्ट उल्लेख हो तो इस पर चर्चा की जा सकती है। लेकिन सरकार ने अब तक ऐसी कोई पहल नहीं की है।
किसान नेताओं ने कहा कि हमारी ओर से वार्ता के लिए बिंदु तय कर दिए गए है। आपसी सहमति एवं भूअर्जन से भूमियों के अनुपात में पात्रतानुसार नि:शुल्क भूखण्ड आबंटन हो। बसाहट से सटे भूमियों का भूअर्जन से मुक्त तथा सम्पूर्ण बसाहट का पट्टा दिया जाए। वार्षिकी राशि का पूर्णतया आबंटन किया जावे। आडिट आब्जेक्शन अगर है तो कानूनी कार्रवाई से वसूली हो।
प्रभावित क्षेत्र के प्रत्येक वयस्क (18 साल से ऊपर) को 1200 वर्ग फीट विकसित भूखण्ड अविलंब दिया जाए। प्रभावित क्षेत्र के शिक्षित बेरोजगारों को योग्यता अनुसार रोजगार का प्रावधान हो। स्थानीय लोगों को पात्रता अनुसार गुमटी, चबूतरा, दुकान व्यवसाय आदि को लागत मूल्य में दिया जाए। भूअर्जन में मुआवजा नहीं लिए है सिर्फ ऐसे भूमियों पर चार गुणा मुआवजा लागू किया जाए और सन् 2005 से भूमि क्रय विक्रय पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाये।
किसान मंच के माध्यम से अलग-अलग महिला, दीदी, किसान भाईयों, समिति प्रमुख एवं सरपंचों का टीम प्रभावित गावों में पहुंच गांव के नौजवान, बेरोजगार साथियों तथा किसान व मजदूर परिवार को आन्दोलन से जुड़ने अपील कर रही हैं, जिससे दिनों दिन भारी संख्या में किसान परिवार सहित आंदोलन से जुड़ रहे है।
किसान मंच में मनोरंजन के लिए बीच-बीच में स्कूली बच्चों द्वारा पारम्परिक लोकगीतों के साथ नृत्य प्रस्तुत किया जा रहा है। किसान आन्दोलन नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के तत्वावधान में लगातार विभिन्न समाजिक, किसान संगठन , छात्र संगठन आल इण्डिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट, छत्तीसगढ़ सयुक्त किसान मोर्चा, छत्तीसगढ़ अभिकर्ता निवेशक एवं कल्याण संघ, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना, नवा रायपुर मितानिन समूह, नवा रायपुर झाडू , पोछा माली संघ, किसान व मजदूर संघ, नवा रायपुर आटो यूनियन संघ, प्रदेश सरपंच संघ अध्यक्ष, नवा रायपुर सरपंच संघ, स्व • सहायता महिला समूह, पूर्व जनप्रतिनिधि, सास्कृतिक कार्यक्रम स्कूली छात्राओं का सहयोग व समर्थन प्राप्त है । इसके आलावा अभनपुर/आरंग के बुद्धिजीवि, कर्मचारी एवं व्यवसायी बन्धुओं का सहयोग व समर्थन हैं ।