रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस की एसीबी/ईओडब्ल्यू की टीम आखिरकार बुधवार को निलंबित आईपीएस अधिकारी और एडीजीपी गुरजिंदर पाल सिंह को गुरुग्राम से राजधानी रायपुर ले कर आ गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, खराब मौसम के कारण 1994 बैच के पुलिस अफसर सिंह को सड़क मार्ग से रायपुर लाया गया और उन्हें सीधे रायपुर के कोर्ट में पेश कर की तैयारी हो रही है।
बता दे कि निलंबित एडीजीपी अधिकारी जीपी सिंह के खिलाफ जुलाई में सीबी/ईओडबल्यू के आय से अधिक संपत्ति और रायपुर पुलिस ने राजद्रोह का मामला दर्ज किया था। तब से वो फरार चल रहे थे।
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने निलंबित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह को विवेचना में उपस्थित होने के लिए कई नोटिस जारी किए। उसके बाद भी वे विवेचना में सहयोग नहीं कर रहे थे और ना ही ईओडब्ल्यू कार्यालय में हाजिर हो रहे थे। सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी याचिका को खारिज करते हुए उन्हें कोई राहत नहीं प्रदान की।
जीपी सिंह ने पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट में अपने खिलाफ दर्ज मामले में एफआईआर को खारिज करते हुए उच्च स्तरीय जांच एजेंसी से मामले की विवेचना करने याचिका दायर की थी, जिसे उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दिया था।
उल्लेखनीय है कि एसीबी ने आयकर विभाग के इनपुट पर अनुपातहीन संपत्ति की जांच के लिए 1 जुलाई की सुबह 6 बजे एडीजीपी सिंह के पुलिस लाइन स्थित सरकारी बंगले सहित 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। करीब 64 घंटे तक लगातार चली जांच के दौरान एसीबी की टीम को उनकी 10 करोड़ अनुपातहीन संपत्ति का पता चला था।
एसीबी की रेड के दौरान जप्त दस्तावेजों के आधार पर रायपुर पुलिस ने सिंह के खिलाफ राजद्रोह का भी केस किया था।
(TNS)