तीरंदाज डेस्क। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टियों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। चुनाव की घोषणा होने के बाद कोरोना संक्रमण के कारण पार्टियों को सभाएं व रैली करने का मौका नहीं मिल रहा है। चुनाव आयोग ने एक बार फिर सभाओं व रैली पर लगी रोक को आगे बढ़ा दिया है। अब 22 जनवरी तक राजनीतिक पार्टियां किसी भी तरह की रैली व सभाएं नहीं कर सकेंगी। 22 जनवरी से पहले फिर से समीक्षा की जाएगी। चुनाव आयोग ने 50 फीसदी उपस्थिति के साथ इंडोर मीटिंग की अनुमति दी है।
बता दें पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च तक होंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर व गोवा शामिल हैं। यूपी में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होना है और उससे पहले कोरोना के कारण राजनीतिक पार्टियां अपने मतदाताओं को लुभाने सभाएं नहीं कर पा रही है। चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा के साथ ही रेली व सभाओं पर रोक लगा दी थी। संक्रमण की स्थिति में सुधार न होता देख इसे 7 दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया है। पहले यह रोक 15 फरवरी तक ही थी। आज चुनाव आयोग इस रोक को 22 तक जारी रखने का आदेश जारी किया है। चुनाव आयोग ने पार्टियों को निर्देश दिया है कि कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करें।
देश में कोरोना के सक्रिय केस 14 लाख के पार
इधर देश में कोरोना संक्रमण की बात करें तो सक्रिय मरीज 14 लाख से ज्यादा हैं। बीते 24 घंटों के दौरान देश में कुल 2 लाख 67 हजार 331 नए केस सामने आए। इस दौरान 1 लाख 22 हजार 311 लोग ठीक भी हुए। वहीं 398 लोगों की मौत देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 14.10 लाख से ज्यादा है। वहीं चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश व पंजाब में भी कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। यूपी में बीते एक सप्ताह में कोरोना संक्रमणके मामले 150 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं पंजाब में 112 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं लगातार बढ़ते मामलों को लेकर चुनाव आयोग अपनी चिंता जता चुका है और लगातार राजनीतिक पार्टियों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जा रही है।