रायपुर। राजधानी रायपुर में कोरोना को साजिश बताते हुए प्रदर्शन किया गया। धरना दे रहे लोगों ने तख्तियां लेकर कोरोना संक्रमण का मीडिया का भ्रमजाल बताया। यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने लोगों को मास्क न लगाने व टीकाकरण भी न कराने की बात कही। मामला सामने आने के बाद पुलिस इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
देश और दुनिया में जहां कोरोना संक्रमण से लोग परेशान हैं, विगत 2 वर्षों से कोरोना संक्रमण ने लोगों के जीवन की दिशा ही बदल कर रख दी है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कोरोना को संक्रमण ही नहीं मानते। राजधानी रायपुर में कुछ लोग तख्तियां लेकर कोरोना के खिलाफ ही प्रदर्शन कर रहे थे। जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया है।
दरअसल यह लोग हाथों में तख्तियां लेकर कोरोना संक्रमण को साजिश बताते हुए प्रदर्शन कर रहे थे। बताया जा रहा है किसी अन्य मुद्दे पर धरना दे रहे लोगों के बीच यह लोग तख्तियां लेकर घुस गए और नारेबाजी करने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इनकी तख्तियों में कोरोना के खिलाफ स्लोगन लिखे हुए थे। इस दौरान यहां ना मास्क पहनेंगे, ना टीका लगाएंगे का नारा भी लगा रहे थे।
राजधानी में तख्तियां लेकर जमा इन लोगों का कहना है कि कोरोना संक्रमण कुछ नहीं है। यह मीडिया व सरकारों का फैलाया हुआ भ्रम है। इन लोगों द्वारा साथ में लाए गए तख्तियों में लिखा था जबरन टीकाकरण बंद करो, कोरोना महामारी या महासजिश, मेरा शरीर मेरा अधिकार, षड़यंत्र है कोरोना, कोरोना महज सामान्य सर्दी खांसी आदि। बताया जा रहा है कि कुछ देर प्रदर्शन करने के बाद यह लोग यहां से चले गए। लेकिन एक शख्स ने कुछ लोगों को पहचान लिया और पुलिस में शिकायत की।
पुलिस ने दर्ज किया केस कई लोगों की तलाश
धरना स्थल पर जुटे इन लोगों के खिलाफ पुलिस ने महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। राजधानी के एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है। पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है वहीं कुछ अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है। जो धरना स्थल से गुपचुप निकल गए। पुलिस का मानना है कि इस तरह का प्रदर्शन एक सोची समझी साजिश है। महामारी के दौर में ऐसा कृत्य करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।