लोरमी। खुड़िया धान उपार्जन केंद्र में गड़बड़ी एक और मामला उजागर हुआ है। कागजों में धान परिवहन करते हुए खुलेआम सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। इसमें परिवहनकर्ता और राइस मिल संचालक (मिलर) सहित खुड़िया धान खरीदी केंद्र के अधिकारी और कर्मचारी धड़ल्ले से बड़ी राशि की हेराफेरी कर रहे हैं।
इस बार मामला 5 जनवरी 2022 का है, जिसमें डीओ के अनुसार खुड़िया धान खरीदी केंद्र से एक डीलक्स मोटरसाइकिल में लोरमी स्थित बजरंग राइसमिल 450 बोरा धान का परिवहन बताया जा रहा है। मामले की पड़ताल से पता चला कि उक्त गाड़ी नंबर खुड़िया वन परिक्षेत्र के मुख्य मार्ग के वनोपज जांच नाका कारीडोंगरी बेरियल में एंट्री ही नहीं हुआ है।
यही नहीं जिस दिन डीओ के आधार पर 450 बोरा धान ट्रक में परिवहन बताया जा रहा है, उस दिन वनोपज जांच नाका कारीडोंगरी से केवल दिनभर में 5 ट्रक धान परिवहन की एंट्री की गई है, लेकिन 5 जनवरी 2022 को जारी डीओ के कागजात के अनुसार दिनभर में 8 ट्रक धान का परिवहन होना बताया जा रहा है। ऐसे में यह संदेह के घेरे में आ गया है। वहीं इसको लेकर आरोप यह भी है कि कागजों में आवक-जावक दर्शाकर गड़बड़ी की गई है।
यहां सवाल यह उठता है कि जब वनोपज जांच नाके में परिवहन किए बगैर धान की एंट्री ही नहीं हुई है, तो धान का उठाव आवक और जावक कैसे हो गया। इस पर बेरियल गार्ड पंचराम पटेल ने बताया कि राधेलाल नाम के किसी भी ट्रक ड्राइवर ने उस दिन धान का परिवहन नहीं किया है, जबकि साधेलाल के नाम से ट्रक ड्राइवर की गाड़ी में धान परिवहन की एंट्री की गई है, जिनके ट्रक में 600 बोरा धान जाना बताया जा रहा है। वहीं मिलर को जारी डीओ में 450 बोरा धान जाना बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, डीओ विपणन विभाग मुंगेली के अधिकारी के संज्ञान में जारी किया जाता है। बावजूद इसके जमकर गड़बड़ी की जा रही है। वहीं ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुंगेली जिले में धान खरीदी में लगे हुए अधिकारी सहित कर्मचारियों के द्वारा किस तरीके से खुलेआम गड़बड़ी को अंजाम दिया जा रहा है। इस गड़बड़ी में परिवहनकर्ता और राइसमिल संचालक (मिलर) सहित खुड़िया धान खरीदी केंद्र के अधिकारी समेत कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है।
मामले में जांच अधिकारी नायब तहसीलदार राहुल कौशिक ने बताया कि कुछ गाड़ियों की एंट्री की जानकारी कारीडोंगरी बेरियल में नही मिल रही है, जिसमें जल्द ही आगे कार्रवाई की जाएगी। वहीं किसान कांग्रेस कमेटी मुंगेली के जिलाध्यक्ष शोभाराम कश्यप ने भी फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ जांच के बाद कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
फिलहाल इस पूरे मामले में लोरमी एसडीएम मेनका प्रधान ने जल्द ही जांच के बाद दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
(TNS)