कोरबा। बदमाश कितना भी होशियार हो वह कुछ न कुछ सबूत छोड़ ही जाता है। लूट की एक घटना के बाद सीसीटीवी कैमरे में अपराधी कैद हो चुके थे। जिसके सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। जांच में प्रार्थी ही लूट की घटना को अंजाम देने वाला निकला।
बता दें कि सोमवार को कोरबा जिले के दीपका थाना अंतर्गत अज्ञात लोगों ने लूट की एक घटना को अंजाम दिया था। लुटेरों ने बैंक से पैसा निकालकर जा रहे युवक की आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर उसके पास रखे 5 लाख रुपए लूट लिए थे। घटना के बाद जांच में जुटी पुलिस की टीम को एक क्लु मिला और आरोपियों तक पहुंचकर मामले का खुलासा कर दिया।
लाखों रुपए हाथों में देखकर मन में आया लालच
पुलिस में मामले का खुलासा करते हुए जानकारी दी कि बैंक से जेके टायर का कर्मचारी चमन कुमार पात्रे को कंपनी के संचालक ने 5 लाख का चेक देकर उसे कैश कराने भेजा था। कर्मचारी ने बाकी मोंगरा के एसबीआई बैंक गया। इस दौरान लाखों रुपए अपने हाथों में देखकर मन में लालच घर कर गया। उन्होंने इसे लूट की घटना के रूप में पेश करने की सोची और अपराध कर बैठा।
बैंक से निकलते ही बना ली कहानी
कर्मचारी चमन ने बैंक से पैसे लेकर वापस लौटते समय दोस्तों से चर्चा कर कहानी बनाई और अपने कार्यालय में सूचना दी कि अज्ञात लोगों ने उनकी आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर उनके पास रखे 5 लाख रुपए लूट लिए।
सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया
इधर लूट की घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी भोजराम पटेल के निर्देश पर जांच में जुटी पुलिस टीम ने सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज खंगाला। इस दौरान पुलिस के शक की सुई प्रार्थी पर ही घुमी और फिर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उससे कड़ाई से पूछताछ करने पर मामले का खुद ही खुलासा कर दिया।
ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं
पूरी जांच में तय हो गया कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है। पुलिस अंत में तय किया कि लूट की घटना का मास्टर माइंड चमन ही है। आरोपी कर्मचारी चमन ने कबूल किया कि लूट की घटना के लिए उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर साजिश रची थी। पुलिस ने चमनलाल और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उसके पास से 5 लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं।
(TNS)