रायपुर। सरगुजा एवं कवर्धा जिलों में मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के बेहतर परिणामों को देखते हुए इस कार्यक्रम को अब राज्य के समस्त जिलों में लागू किया गया है। इस संबंध में इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर राज्य में राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य कार्यक्रम के क्रियान्वयन में आने वाली शंकाओं और बाधाओं को दूर करना था। जनसंख्या स्थिरता के लिए मिशन परिवार विकास कार्यक्रम 2017 से देश भर में चलाया जा रहा है और इसमें छत्तीसगढ़ के दो जिले भी शामिल थे|
प्रशिक्षण की जानकारी देते हुए डॉ.आरएस सत्यार्थी, उप संचालक परिवार कल्याण ने बताया इस नई पहल के तहत परिवार नियोजन की सेवाओं को मुहैया कराने को प्रमोशनल स्कीम लॉन्च करने, सुलभ वातावरण और गहन निगरानी के जरिए लोगों का ध्यान आकर्षित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त बदलती जरूरतों के हिसाब से गर्भनिरोधक के नए विकल्पों को बेहतर तरीके से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जरूरतमंदों तक उनकी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाये जायेंगे। राज्य में चल रहे गर्भ निरोधक साधनों के साथ अंतरा कार्यक्रम के अंतर्गत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में नए गर्भनिरोधक इंजेक्शन को शामिल किया गया है।
प्रशिक्षक डॉ.एस के सिकदर एडवाइज़र परिवार नियोजन एवं मातृत्व स्वास्थ्य ने परिवार नियोजन में हस्तक्षेप के माध्यम से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर से संबंधित रणनीति के बारे में भी प्रशिक्षुओं को अवगत कराया। डा. प्रगति सिंह नेशनल प्रोफेशनल ऑफिसर ने मिशन परिवार विकास कार्यक्रम में मांग पक्ष और नीतियों को लागू करने के तौर-तरीकों पर विस्तार से समझाया और साथ ही प्रशिक्षण में आए लोगों की जिज्ञासाओं और शंकाओं का भी निराकरण किया।
डॉ.निधि भट्ट नेशनल कंसलटेंट फैमिली प्लानिंग ने मिशन परिवार विकास में आपूर्ति पक्ष और नीतियों को लागू करने के तौर-तरीकों पर खुली चर्चा की साथ ही लोगों द्वारा पूछे गए सवालों का भी समाधान किया।