भिलाई। लोगों को लुभावने स्कीम के जाल में फंसा कर धोखाधड़ी करने वाली चिटफंड कंपिनयों के संचालकों के अच्छे दिन अब लद गए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चिटफंड कंपनियों पर नकेल कसी जा रही है। इसी कड़ी में दुर्ग जिले में संचालित कई चिटफंड कंपनियों को लिस्ट किया गया है। शिकायतों के आधार पर सभी चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई की गई है। इन कंपिनयों में निवेश करने वालों को लाभ पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चिटफंड कंपिनयों के संचालकों की संपत्ति कुर्क की जाएगी। इसके लिए जिला दंडाधिकारी व कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे द्वारा 27 दिसंबर को सुनवाई की जाएगी।
सुनवाई के दौरान उन सभी कंपनियों के नाम रखे गए हैं जिन्होंने लोगों से धोखाधडी की है। इनमें टोगो लिमिटेड (एरोमटिक पेट्रो केमिकल लिमिटेड बारांबकी लखनऊ), बेसील इंटरनेशनल लिमिटेड, निक्सिल फार्मासिटिकल लिमिटेड, जैग पॉलीमर्स, मिलानी टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग लिमिटेड, जीयो साईन माईन्स-02 मेटल्स लिमिटेड, पेट्रान मिनीरल्स एवं माईस लिमिटेड, शाखा कार्यालय आर.एस.एस. मार्केट पावर हाउस भिलाई के प्रभारी प्रशांत मजूमदार, पुत्र पिजुष मजूमदार शामिल हैं। कलेक्टर महासमुंद से प्राप्त प्रकरण पर आरोपी कंपनी की संपत्ति को कुर्क किए जाने हेतु कार्यवाही की जा रही है।
इस संबंध में सभी आरोपियों को सूचना पत्र जारी कर दिया गया है। इनमें से प्रशांत मजूमदार की मृत्यु हो चुकी है। उसके स्थान पर उसकी पत्नि श्रीमती प्रतिभा मजूमदार को पक्षकार बनाया गया है। कंपनी में निवेश करने वाले निवेशकों व हितबद्ध नागरिकों को 27 दिसंबर को 3 बजे उपस्थित रहने कहा गया है। यहां स्पष्ट किया गया है कि जो उपस्थित नहीं रहेंगे उनकी कोई सुनवाई नहीं होगी।