रायपुर। आर्थिक रूप से कमजोर होनहार, युवा कलाकार व छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य शासन की ये योजना बड़ा काम आ सकता है। राज्य शासन ने ऐसे होनहार युवा कलाकार-छात्रों से छात्रवृत्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2022 तक निर्धारित है।
संस्कृति विभाग द्वारा संचालित ‘‘अर्थाभावग्रस्त होनहार युवा कलाकारों-छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रवृत्ति के लिए ऐसे युवा कलाकारों एवं छात्र-छात्राओं से प्रवृष्टियां आमंत्रित की गई है।
ये हैं योजना के लिए पात्र
उल्लेखनीय है कि आर्थिक रूप से कमजोर युवा कलाकारों को उच्च प्रशिक्षण एवं शिक्षा के लिए राज्य के ऐसे छात्र-छात्राएं जो संगीत, नृत्य, प्रदर्शनकारी कला विधा में अध्ययनरत हों, गुरु शिष्य परंपरा के तहत पारंपरिक लोक कलाएं सीखने वाले बच्चों को प्रोत्साहित कहना है। वहीं अन्य विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कलाकारों-छात्र-छात्राओं को मासिक छात्रवृत्ति प्रोत्साहन के रूप में प्रदान कर उनकी सहायता करना है।
लोक-पारंपरिक कलाओं को सहेजने में मिलेगी मदद
योजना के तहत लोक-पारंपरिक जनजातीय कलाएं व उप विधाएं, शास्त्रीय संगीत, शास्त्रीय नृत्य तथा नृत्य संगीत, रंगमंच, दृश्य कला, सुगम शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे या अध्ययनरत होनहार युवा कलाकार-छात्र-छात्राएं इसका लाभ ले सकते हैं।
लाभ लेने के ये हैं शर्तें
योजना का लाभ लेने के लिए छत्तीगसढ़ का वास्तविक निवासी हो, आवेदक की आयु 15 वर्ष से कम तथा 30 वर्ष से अधिक न हो, आवेदक अथवा उनके परिवार की वार्षिक आय 72 हजार रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए। आवेदक का संस्कृति विभाग के चिन्हारी पोर्टल में पंजीयन अनिवार्य है। विधा, निर्धारण, वार्षिक प्रोत्साहन न्यूनतम राशि 5 हजार से अधिकतम 10 हजार रुपए निर्धारित है। इच्छुक व्यक्ति योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी विभागीय वेबसाईट www.cgculture.in पर अवलोकन कर सकते हैं।
(TNS)