भिलाई। नगर निगम भिलाई के पार्षद चुनाव में हर वार्ड का एक अलग ही गणित दिखाई दे रहा है। निगम के वार्ड नंबर-7 राधिका नगर में विकास तो मुद्दा है ही, इससे अलग कोरोना काल में प्रत्याशियों की सक्रियता का लेखा-जोखा भी पलटा जा रहा है। यानी पहले से सेवा कार्य में जुटे प्रत्याशी को लाभ मिलना तय है।
राधिका नगर वार्ड के बुजुर्ग इस बात का हिसाब किताब लगा रहे हैं कि चुनाव लड़ रहा कौन सा प्रत्याशी कोरोना महामारी के दौरान लोगों की मदद करने में आगे रहा। बुजुर्ग इस बात की भी चर्चा कर रहे हैं कि कौन सा प्रत्याशी लंबे समय से वार्ड की समस्याओं के प्रति सक्रिय है। चुनाव मैदान में ताल ठोक रहा नेताओं में से किस ने मोहल्ले में सेनेटाइजर का छिड़काव कराया। कितने लोगों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। मोहल्ले के लोगों का मानना है कि चुनाव आते ही नेताओं का सेवा के काम में लग जाना महज वोट बटोरने का पैंतरा भर है। इसलिए वार्ड का नेतृत्व उसे ही दिया जाना चाहिए, जो पहले से नि:स्वार्थ भाव से सेवा कर रहा हो।
अगर विकास और सेवा के इस पैमाने पर मतदाता अपना वोट डालते हैं तो वार्ड से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी को फायदा मिलना तय है। इससे अलग भाजपा प्रत्याशी भी खुद को सबसे शिक्षित बताकर मोहल्ले के लोगों को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। अब अंतिम फैसला मतदान के दिन ही हो पाएगा कि जनता ने किस मुद्दे पर अपना वोट दिया है।