बेमेतरा/महासमुंद। छत्तीसगढ़ सरकार की फ्लैगशिप योजना ‘नरवा गरवा घुरवा बारी’ की कागज रिकॉर्ड के आधार पर देश-विदेश में सराहना हो रही है। पर जमीनी स्तर पर देखें तो स्थिति विपरीत दिखाई दे रही है। धरातल पर कुछ और नजर आ रहा है। जिसके लिए योजना है वही उपेक्षित है।
इसका ताजा उदाहरण बेमेतरा और महासमुंद जिले में देखने को मिल रहा है। जहां गरवा योजना में गायों को ही उपेक्षित कर दिया गया है। एक बाढ़ बना कर आवश्यकता की किसी चीज पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि सरकार अपनी इस फ्लैगशिप योजना के लिए भारी-भरकम पैसा खर्च कर रही है।
साजा अंतर्गत परसबोड़ गौठान पर प्रशासन अनभिग्य
आपको बता दें कि राज्य के कृषि मंत्री के क्षेत्र बेमेतरा जिले के साजा अंतर्गत परसबोड़ गौठान में गरवा योजना में बनाए गए बाढ़ में 6 गायों की मौत हो गई है। बारिश में भीगने और ठंड लग जाने से मौत होने की आशंका जताई जा रही है। दुख की बात ये है कि गौठान के अंदर एक साथ 6 गायों की मौत के बाद भी बेमेतरा जिला प्रशासन बेखबर है।
लापरवाही आई सामने
इधऱ महासमुंद में भी अस्थाई गौठान में एक गाय की मौत हो गई है, वहीं 3 गायों की हालत नाजुक है। महासमुंद में जिला प्रशासन और नगर पालिका के पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण फ्लैगशिप योजना बदनाम होता नजर आ रहा है।
अस्थाई गौठान में है 50-60 गाएं
बता दें कि राज्य सरकार के महासमुंद के अस्थाई गौठान में पहले भी कई गायों की मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के मुताबिक बीटीआई रोड स्थित चौपाटी भवन को अस्थाई गौठान बनाया गया है। गौठान में 60-70 गायें हैं। गायें खुले आसमान में रह रहीं हैं।
पैसा नही मिला तो तंबू उखाड़ ले गए
बताया गया कि गायों के आराम के लिए यहां तम्बू लगाया गया था, लेकिन टेंट वालों को 3 माह से कुल चार लाख रुपए का भुगतान नहीं होने के कारण टेंट वाले ने अपना तम्बू उखाड़ कल ले गया, जिसके कारण महासमुंद के इस अस्थाई गौठान में खुले आसमान के नीचे सभी गायें सर्दी-गर्मी-बरसात सहने को मजबूर हैं।
बारिश में लगातार भीगीं
दो दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने सीमित जगह पर गायों का जीना दूभर कर दिया। गायें रातभर बारिश में भीगती रहीं। कोई छत नहीं होने की वजह से लगातार बारिश में भीगने के चलते दर्जनों गायें बीमार पड़ गईं हैं। बीमार मवेशियों का इलाज जारी है।
शिकायत पर पालिका हुई सक्रिय
अस्थाई गौठान में गायों के बीमार होने की खबर मिलते ही हिन्दू युवा वाहिनी के लोगों ने ये जानकारी नगर पालिका को दी। उसके बाद नगर पालिका अमला सक्रिय हुआ। मृत गाय के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है।
(TNS)