रायपुर। चक्रवाती तूफान जवाद का असर छत्तीसगढ़ के मौसम में पड़ेगा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इसके प्रभाव से चार से छह दिसंबर के बीच रायपुर संभाग, बिलासपुर संभाग व बस्तर संभाग के कुछ जिलों में हल्की बारिश के आसार है। मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी ने किसानों की चिंता भी बढ़ा दी है। पिछले सप्ताह हुई बारिश ने धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचाया था। किसान अभी इस बारिश से उबरे नहीं थे कि एक बार फिर उनकी चिंता बढ़ गई है।
जिन किसानों का धान कट गया है, उन्हें भी धान खरीदी केंद्रों में बेचने से पहले कह दिया गया है कि धान तभी बिकेगा, जब उसमें 17 फीसद से ज्यादा नमी नहीं होगी। पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद जिन किसानों के धान भीग गए थे या उनमें नमी रह गई थी, वे उम्मीद कर रहे थे कि आने वाले दिनों में उनके धान की नमी कम हो जाएगी। मगर, इस बीच जवाद तूफान ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
बता दें कि प्रदेश में एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू हो गई है। अभी छोटे किसान को धान बेचने के लिए टोकन दिया जा रहा है। इतना ही नहीं सोसायटियों में अपनी क्षमता के अनुरूप धान खरीदी नहीं हो रही है। इसकी वजह से भी किसानों के सामने धान को संभालकर रखने का संकट है।
वहीं, मौसम की बात करें तो चक्रवात के साथ ही दिनों प्रदेश में पूर्वी हवा आनी शुरू हो गई है, जिससे मौसम शुष्क और ठंडा हो गया है। इसके प्रभाव से शुक्रवार तीन दिसंबर को प्रदेश के दक्षिणी भाग में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। साथ ही न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी के आसार हैं।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास अंडमान सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र है। यह प्रबल होकर चक्रवाती तूफान में बदल रहा है और चार दिसंबर शनिवार की सुबह उत्तर आंध्रप्रदेश व दक्षिणी ओडिशा तट पर पहुंचेगा। इसके प्रभाव से शनिवार चार दिसंबर से सोमवार छह दिसंबर के दौरान रायपुर संभाग, बस्तर संभाग व बिलासपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है।