राजनांदगांव(खैरागढ़)। खैरागढ़ विधायक और राजा देवव्रत सिंह की मौत के बाद खैरागढ़ राजपरिवार का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। दरअसल, उदयपुर पैलेस को जब प्रशासनिक टीम खुलवाने पहुंची, तो ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। इसके विरोध में ग्रामीणों ने देवव्रत दूसरी पत्नी विभा सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाए और गेट तोड़कर पैलेस के अंदर प्रवेश किया, जिसके बाद पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी ग्रामीणों को पैलेस के बाहर निकाला।
बता दें कि उदयपुर पैलेस का ताला खोलने के लिए सैकड़ों ग्रामीण महल के बाहर आज सुबह से ही जमा हो गए थे। दरअसल, विवाद बढ़ने के बाद यहां पुलिस ने इस पैलेस में ताला लगा दिया था।
भीड़ नियंत्रित नहीं हो पाई तो पुलिस ने लाठी भांज दी
दिवंगत देवव्रत सिंह के बच्चों के समर्थन में ग्रामीण उग्र हो गए। वे खैरागढ़ के उदयपुर पैलेस के बाहर इकट्टा हो गए। वे विभा सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसी दौरन व्यवस्था अनियंत्रित हो गई। 3 से 4 गाड़ियों में ग्रामीण पथराव कर तोड़फोड़ कर दी। Sdop भीड़ नहीं सम्हाल पाए। राजनीति दल के लोगों ने एसडीओपी को घेर लिया। स्थिति को देखते हुए खैरागढ़ के उदयपुर में एसडीओपी ने ग्रामीणों पर लाठी बरसाई। उसके बाद ग्रामीणों को नियंत्रित करने के लिए एसडीओपी ने पूरे गांव में मार्च पास्ट कराया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम भी उदयपुर पहुंची।
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बच्चों के समर्थन में आए लोग, पैलेस को घेर रखे थे
बता दें कि खैरागढ़ राज परिवार में विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह के बेटे आर्यव्रत सिंह व बेटी शताक्षी सिंह द्वारा अपनी सौतेली मां विभा सिंह पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। ऐसा कहते हुए मीडिया के सामने मदद की गुहार लगाई थी। उनकी इसी गुहार का परिणाम है कि खैरागढ़ में दिवंगत विधायक देवव्रत के समर्थक पैलेस में घुस गए थे।
महल के अंदर जाकर विभा सिंह से ग्रामीण बहस किए
यह घटना मंगलवार शाम को हुई थी। खैरागढ़ में दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह के कमल विलास पैलेस में कई समर्थक घुसे और बच्चों के पक्ष में विभा सिंह से बहस करने लगे। यही नहीं खैरागढ़ राज परिवार के सदस्य भी विभा सिंह के खिलाफ खड़े हो गए हैं। खैरागढ़ रियासत के अंतर्गत आने वाले छुई खदान, गंडई, उदयपुर आदि क्षेत्रों में लोगों से समर्थन भी मांगा गया। इसके बाद बड़ी संख्या में दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह के समर्थक कमल विलास पैलेस पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस भी लोगों को महल के अंदर जाने से रोक नहीं पाई।
देवव्रत के बच्चों ने लगाया था सौतेली मां पर प्रताड़ना का आरोप
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही दिवंगत विधायक देवव्रत के बच्चों आर्यव्रत सिंह व शताक्षी सिंह ने एक दिन पहले प्रेस वार्ता के माध्यम से अपनी सौतेली मां विभा सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। बच्चों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि उनकी सौतेली मां उन्हें बेहद प्रताड़ित करती हैं। उनकी गाड़ियों की चाबी नहीं देती। ऑफिस में ताले लगाए जा रहे हैं और हर तरह से ताना मारती हैं। यही नहीं उन्होंने अपने पिता की मौत पर भी सवाल उठाए थे।
ग्रामीणों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ की
पिता की मौत पर भी सवाल उठाए थे
बच्चों ने कहा था कि उनके पिता की मौत सामान्य नहीं है, आए दिन उनकी सौतेली मां के साथ उनका झगड़ा होता था। इसकी वजह से उनके पिता काफी परेशान रहते हैं। यही कारण है कि उन्हें दिल की बीमारी से सहित कई बीमारियों ने घेर लिया, जिससे उनकी आकस्मिक मौत हुई। इधर, विरोध के बाद रानी विभा सिंह ने लोगों के सामने अपना पक्ष रखा था।
(TNS)